रायपुर। मरवाही वन मंडल में मनरेगा में सात करोड़ की गड़बड़ी के मामले में पंचायत और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने सीईओ समेत 15 कर्मचारी को निलंबित करने का आदेश दे दिया है| विधानसभा में आज इसकी घोषणा की|
बता दें मरवाही वन मंडल में मनरेगा के अंतर्गत गड़बड़ी के मामले को लेकर विधायक गुलाब कमरों के ध्यानाकर्षण पर मंत्री टी एस सिंहदेव ने जवाब में बताया कि जांच में गड़बड़ी पाई गई है। और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है।
इस जवाब पर कांग्रेस की ओर से ही मांग उठी कि मंत्री दोषी अधिकारियों को निलंबित करें। कांग्रेस विधायकों के साथ साथ इस मसले पर विपक्ष ने भी निलंबन और राशि वसूलने की मांग रख दी।
इस के ठीक बाद सदन में मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा “सदन की गरिमा नियमों के पालन और नियमों के अनुरूप कार्यवाही से बनती और बढ़ती है। हमारे कार्य करने की सीमा हैं, रिटायर डीएफओ और ए ग्रेड के अधिकारियों को निलंबन कैसे कर सकते हैं.. आईएफएस या कि ए ग्रेड अधिकारी पर कार्यवाही का मसला समन्वय को जाएगा.. शेष चौदह पर कार्यवाही की होगी।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा, जो अधिकारियों पर कार्यवाही करनी है वो तो करिए ही.. साथ ही अपराध भी बनता है|
इस पर मंत्री सिंहदेव ने कहा “हम समन्वय में जहां भेजेंगे,वहाँ विमर्श के लिए नहीं बल्कि निलंबन के लिए भेजेंगे| किसी भी गड़बड़ी के मसले पर मैं वह आखिरी व्यक्ति भी नहीं हूँ जो किसी को बचाए। यह सात करोड़ की गड़बड़ी का मसला है| कोई दोषी नहीं बचेगा।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा आप जीएडी को निलंबित कर सूचना भेज सकते हैं।
इस पर मंत्री सिंहदेव ने घोषणा की यदि जैसा कि आपने बताया है और ऐसा किया जा सकता है तो मैं जिला पंचायत के तत्कालीन सीईओ समेत पंद्रह कर्मचारियों के निलंबन की घोषणा करता हूं।