उदयपुर: आचार संहिता के साये में दुर्गोत्सव

स्थानीय शिव मंदिर प्रांगण सहित विकासखंड उदयपुर के विभिन्न ग्रामों में पूरे धूमधाम से दुर्गा उत्सव मनाया जा रहा है. 15 अक्टूबर से नवरात्र प्रारंभ होने के दिन शिवमन्दिर प्रांगण में कलश और मूर्ति स्थापना कर पूजा अर्चना आरंभ किया गया. 

उदयपुर | स्थानीय शिव मंदिर प्रांगण सहित विकासखंड उदयपुर के विभिन्न ग्रामों में पूरे धूमधाम से दुर्गा उत्सव मनाया जा रहा है. 15 अक्टूबर से नवरात्र प्रारंभ होने के दिन शिवमन्दिर प्रांगण में कलश और मूर्ति स्थापना कर पूजा अर्चना आरंभ किया गया.

सुबह और शाम होने वाली आरती में महिलाओं और बच्चों सहित नौजवान व बुजुर्ग भी शामिल हो रहे है. पूजा अर्चना के बाद मातृ शक्तियों द्वारा माता की मूर्ति के समक्ष गरबा नृत्य प्रस्तुत किया जा रहा है. सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति द्वारा छोटे बालक बालिकाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. शाम को होने वाली आरती और गरबा के कार्यक्रम में महिलाएं उत्साह पूर्वक काफी संख्या में भाग ले रही हैं.

केदमा में कलश यात्रा में 250 से अधिक की संख्या में महिलाएं व बालिकाएं शामिल हुई है. यहां भी नवरात्रि का उत्साह देखने लायक है. इसके अतरिक्त डांडगांव सलका खमरिया घाटबर्रा आदि जगहों पर धूमधाम से नवरात्रि मनाई जा रही है.

आचार संहिता का हो रहा पालन
विधानसभा चुनाव को महज एक माह बचे हैं आचार संहिता लगी हुई है इसे देखते हुए प्रशासन द्वारा काफी कुछ पाबंदियां लागू हुई की गई है जिनका कड़ाई से शासन द्वारा पालन कराया जा रहा है. 70 डेसीबल तक के साउंड सिस्टम का उपयोग दुर्गा पूजा समितियों द्वारा किया जा रहा है.

इस बारे में थाना प्रभारी आशीष सिंह ने बताया दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों को आचार संहिता का कड़ाई से पालन के संबंध में जानकारी दी गई है. तेज आवाज वाले डीजे पर प्रतिबंध लगाया गया है, सार्वजनिक मंच का राजनैतिक इस्तेमाल नहीं करने की समझाइश लोगों को दी गई है.

deshdigital के लिए क्रांतिकुमार रावत

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