महाअष्टमी और सिंदूर खेला को लेकर दुविधा

अष्टमी पूजन और सिंदूर खेला को लेकर कई हाउसिंग कांम्प्लेक्स काफी दुविधा में हैं क्योंकि अभी तक हाउसिंग कांम्प्लेक्स इसे लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाये हैं।

कोलकाता| अष्टमी पूजन और सिंदूर खेला को लेकर कई हाउसिंग कांम्प्लेक्स काफी दुविधा में हैं क्योंकि अभी तक हाउसिंग कांम्प्लेक्स इसे लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाये हैं। कोलकाता महानगर के हाउसिंग कांम्प्लेक्स मां दुर्गा के स्वागत के लिए अंतिम तैयारियों में जुट गये हैं। हालांकि पिछली बार की तरह इस बार भी कोरोना काल है। ऐसे में इस बार भी कलकत्ता हाई कोर्ट ने दुर्गा पूजा को लेकर कई तरह के नियम जारी किये हैं जिसे मानते हुए ही दुर्गा पूजा मनानी होगी।

इस कारण हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में भी पिछली बार की तरह ही इस बार कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए दुर्गा पूजा मनायी जाएगी। हालांकि अष्टमी पूजन और सिंदूर खेला को लेकर कई हाउसिंग कांम्प्लेक्स काफी दुविधा में हैं क्योंकि अभी तक हाउसिंग कांम्प्लेक्स इसे लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाये हैं।

2019 में कोरोना काल के कारण कई हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में सिंदूर खेला का आयोजन नहीं किया गया था। इसके अलावा महाअष्टमी पर पूजन भी आनलाइन ही किया गया था। इस बार भी कोरोना काल को देखते हुए कई हाउसिंग कांम्प्लेक्स इस पर विचार कर रहे हैं कि इस बार किस प्रकार महाअष्टमी व सिंदूर खेला का आयोजन किया जाए।

-लारिका टॉली फ्लैट ओनर्स रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट तन्मय कुमार घोष ने कहा, ‘पिछली बार हमने काफी छोटा पंडाल बनाया था, इस साल उससे बड़ा है, लेकिन बजट फिर भी कोविड काल के पहले की तुलना में कम है। फ्लैट ओनर्स से लेकर हाउस किपिंग, सिक्योरिटी गार्ड, मेड सबको वैक्सीन का डबल डोज लगाया जा चुका है। इस बार किसी तरह का फिजिकल प्रोग्राम नहीं होगा, सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम ऑनलाइन होंगे। लोगों को लंच बैठाकर नहीं कराया जाएगा, फूड पैकेट घर-घर वितरित किये जाएंगे।
इस बार भी कॉम्प्लेक्स में बाहर के लोगों के आने की अनुमति नहीं होगी। मूर्ति लाने और विसर्जन में भी जरूरत के अनुसार ही लोग रहेंगे। हमारे यहां 160 फ्लैट और 11 बिल्डिंग हैं जहां लाइटिंग पर हमने विशेष ध्यान दिया है। अष्टमी का भोग पार्सेल में लोगों के घरों में पहुंचाया जाएगा। इस बार भी हमने सिंदूर खेला नहीं करने का निर्णय लिया है, केवल महिलाएं आकर मां दुर्गा की प्रतिमा को सिंदूर लगा सकती हैं।’

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