ईरान का दावा: तेल अवीव में मोसाद मुख्यालय पर मिसाइल हमला, पूरी तरह तबाह

ईरान का दावा: तेल अवीव में मोसाद मुख्यालय पर मिसाइल हमला, पूरी तरह तबाह

ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने सोमवार, 16 जून 2025 को तेल अवीव में मोसाद के मुख्यालय पर मिसाइल हमला कर इसे पूरी तरह नष्ट करने का दावा किया, जो इजरायल के हमलों का जवाबी कदम है.

IRGC ने घोषणा की कि इसके एयरोस्पेस फोर्स ने तेल अवीव के मध्य में स्थित मोसाद के एक प्रमुख केंद्र को निशाना बनाया. ईरानी सरकारी मीडिया, जैसे तस्नीम न्यूज एजेंसी, ने ऑपरेशन को सफल बताया, दावा किया कि खुफिया केंद्र पूरी तरह बर्बाद हो गया. IRGC ने इस हमले को इजरायल के सैन्य और रणनीतिक ठिकानों पर बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमलों का हिस्सा बताया.

यह हमला 13 जून 2025 से इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमलों के बाद बढ़े तनाव के बीच हुआ. ईरान ने तेल अवीव, हाइफा और अन्य शहरों को निशाना बनाया, जिसमें उन्नत “हज कासिम” मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया. इजरायल ने मोसाद मुख्यालय की तबाही की पुष्टि नहीं की, लेकिन मध्य इजरायल में नागरिक हताहत और बुनियादी ढांचे को नुकसान की सूचना दी. मैगन डेविड एडोम, इजरायल की आपातकालीन सेवा, के अनुसार, हालिया हमलों में कम से कम 29 लोग घायल हुए.

ईरानी स्रोतों, जैसे SNN टेलीविजन, ने तेल अवीव के पास ग्लिलोट सैन्य खुफिया बेस पर हमले का दावा किया. IRGC का कहना है कि उसकी रणनीति ने इजरायल की बहुस्तरीय हवाई रक्षा प्रणालियों को भेद दिया, हालांकि इजरायल की सेना ने दावा किया कि 100 से अधिक मिसाइलों में से अधिकांश को रोक लिया गया. परस्पर विरोधी दावों से अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि इजरायल ने मोसाद के ठिकाने पर विशिष्ट दावों पर टिप्पणी नहीं की.

यह हमला चार दिन के संघर्ष को और गहराता है, जिसमें आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इजरायल में 24 और ईरान में 224 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं. दोनों देश एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं, और क्षेत्र में हिंसा बढ़ने की आशंका है, बिना किसी स्पष्ट शांति की संभावना के.

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