ओडिशा पंचायत चुनाव: 15 बरस बाद नियमगिरी के डोंगरिया कोंध मैदान में  

ओडिशा में हो रहे पंचायत चुनाव में 15 बरस बाद आदिम जनजाति डोंगरिया कोंधों ने अपनी सहभागिता दर्ज की है | रायगडा जिले के कल्याणसिंहपुर ब्लाक  के पारशल्ली पंचायत के नियमगिरी पहाड़ियों के डोंगरिया कोंधों ने  विभिन्न पदों पर अपने  उम्मीदवार उतारे हैं|

भुवनेश्वर| ओडिशा में हो रहे पंचायत चुनाव में 15 बरस बाद आदिम जनजाति डोंगरिया कोंधों ने अपनी सहभागिता दर्ज की है | रायगडा जिले के कल्याणसिंहपुर ब्लाक  के पारशल्ली पंचायत के नियमगिरी पहाड़ियों के डोंगरिया कोंधों ने  विभिन्न पदों पर अपने  उम्मीदवार उतारे हैं| बता दें अब तक   नियमगिरि पहाड़ सुरक्षा समिति पंचायत स्तर पर विभिन्न पदों के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवारों का चयन करती थी।

नियमगिरि पहाड़ सुरक्षा समिति द्वारा बालक सिका के नेतृत्व में एक  बैठक में  चुनाव में भाग लेने का फैसला लिया गया |

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल 11 वार्डों में से 5 वार्डों में नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं। जहां सरपंच पदों के लिए दो उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है, वहीं समिति सदस्य पदों के लिए चार उम्मीदवार मैदान में हैं।

खबरों  के मुताबिक,  उम्मीदवारों ने   घर-घर जाकर प्रचार करना शुरू कर दिया है। वे अपनी  डोंगरिया भाषा में मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं|

बता दें ओडिशा के मलकानगिरी जिले नक्सल नियंत्रित  सुदूर स्वाभिमान अंचल भी करीब डेढ़ दशक बाद चुनाव में न केवल हिस्सा ले रहा है,वोटर में भी उत्साह है |  चित्रकोंडा ब्लाक  के स्वाभिमान अंचल की 9 पंचायतों के लोग 24 फरवरी को वोट डाल कर  अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे|

कभी नक्सलियों का गढ़ रहे  स्वाभिमान अंचल के विभिन्न स्थानों पर बीएसएफ और पुलिस की तैनाती के बाद हालात बदल गए|  इसके अलावा, पिछले कुछ वर्षों में विकास गतिविधियों ने भी इस क्षेत्र के लोगों के लिए उम्मीद की नई  किरण पैदा की है |

गजलममुडी पंचायत के एक सरपंच उम्मीदवार बलराम गोलारी के मुताबिक  चूंकि इस क्षेत्र में नक्सलियों का वर्चस्व था, इसलिए यहां पहले चुनाव नहीं हुए थे और लोग चुनाव प्रक्रिया से अनजान थे। लेकिन अब, लोग खुश और उत्साहित हैं क्योंकि वे इस बार ग्रामीण चुनावों में हिस्सा लेंगे। अगर मैं पंचायत के निवासियों द्वारा सत्ता में आता हूं तो मैं इस क्षेत्र के लोगों के सामने आने वाली बुनियादी समस्याओं के बारे में सरकार को अवगत कराने की कोशिश करूंगा।

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