RBI ने रेपो रेट में फिर कटौती की, 5.5% पर लाया; जानें 5 प्रमुख बातें

RBI ने रेपो रेट में फिर कटौती की, 5.5% पर लाया; जानें 5 प्रमुख बातें

मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती कर इसे 5.5% कर दिया. यह इस साल तीसरी बार है जब RBI ने रेपो रेट में कमी की है. इस कदम से होम लोन और पर्सनल लोन सस्ते होने की उम्मीद है, जिससे उधार लेने वालों को राहत मिलेगी. RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने 4 जून से शुरू हुई तीन दिवसीय बैठक के बाद यह फैसला लिया.

यहां जून 2025 की RBI नीति बैठक की पांच प्रमुख बातें सरल भाषा में समझें:

  1. रेपो रेट 5.5% पर, तीसरी बार कटौती

RBI ने अप्रैल में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद अब 50 बेसिस पॉइंट की कमी की है. रेपो रेट अब 5.5% है. ग्रीन पोर्टफोलियो PMS के संस्थापक और फंड मैनेजर दिवम शर्मा ने कहा, “हालांकि बाजार 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की उम्मीद कर रहा था, लेकिन 50 बेसिस पॉइंट की कटौती एक आश्चर्य है. यह कदम सिस्टम में नकदी बढ़ाएगा, उधार सस्ता करेगा और कंपनियों को पूंजीगत व्यय के लिए प्रोत्साहित करेगा.”

  1. अन्य प्रमुख दरों में भी बदलाव

रेपो रेट में कटौती के बाद, RBI ने स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) रेट को 5.25% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) व बैंक रेट को 5.75% कर दिया है. ये दरें बैंकों को अल्पकालिक धन आवश्यकताओं के प्रबंधन और सिस्टम में नकदी नियंत्रण में मदद करती हैं.

  1. 2025-26 के लिए GDP वृद्धि का अनुमान

RBI ने 2025-26 के लिए GDP वृद्धि दर 6.5% रहने का अनुमान जताया है, जिसमें तिमाही वृद्धि 6.3% से 6.7% के बीच रहेगी. मजबूत ग्रामीण गतिविधियां, बढ़ता सेवा क्षेत्र, बेहतर कॉरपोरेट वित्त, और सरकारी खर्च से निवेश बढ़ेगा. हालांकि, वैश्विक तनाव और व्यापार जोखिम वृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं. शर्मा ने कहा, “घरेलू खपत और कॉरपोरेट गतिविधियों में गति अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है.”

  1. नीति रुख अबतटस्थ

फरवरी 2025 से RBI ने रेपो रेट में कुल 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की है. अब आगे दरों में कटौती की गुंजाइश कम होने के कारण RBI ने अपने नीति रुख को “उदार” से “तटस्थ” कर दिया है. इसका मतलब है कि RBI अब सतर्क रहेगा और अगले कदम से पहले स्थिति का आकलन करेगा. शर्मा ने कहा, “CRR में 100 बेसिस पॉइंट की अतिरिक्त कटौती से बैंक अधिक स्वतंत्र रूप से उधार दे सकेंगे, जो नकदी बढ़ाने का सही समय पर लिया गया कदम है.”

  1. मुद्रास्फीति का अनुमान घटाया

CPI आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल 2025 में 3.2% पर थी, जो लगभग छह साल में सबसे कम है. खाद्य कीमतों में लगातार छह महीनों की गिरावट से मुद्रास्फीति नरम हुई है. RBI ने 2025-26 के लिए मुद्रास्फीति अनुमान को 4% से घटाकर 3.7% कर दिया है. सामान्य मानसून की उम्मीद के साथ, पहली तिमाही में 2.9%, दूसरी में 3.4%, तीसरी में 3.9%, और चौथी में 4.4% मुद्रास्फीति की उम्मीद है. शर्मा ने कहा, “3.7% का मुद्रास्फीति अनुमान विकास को बढ़ावा देने के लिए शानदार है.”

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