महात्मा गांधी के नाम पर बनी योजना में घूस ले रहे थे साहब, एसीबी ने रंगेहाथ पकड़ लिया

रांची| एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने पलामू में बड़ी कार्रवाई की। रोजगार सेवक को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। जिले के छतरपुर प्रखंड कार्यालय परिसर से रोजगार सेवक की अरेस्टिंग हुई। गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम ने रोजगार सेवक को लेकर मेदनीनगर गई। जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

एसीबी (Anti Corruption Bureau) के डीएसपी करुणा नंद राम ने बताया कि रोजगार सेवक को गिरफ्तार करने के साथ ही मेदिनी नगर इकाई ने इस साल का छठा ट्रैप केस को पूरा कर लिया। बीडीओ से लेकर कई पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि एसीबी की गिरफ्त में आ चुके हैं।

दरअसल छतरपुर प्रखंड के कंचनपुर निवासी शंभूनाथ यादव (25) को महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के फॉर्म पर दस्तखत कराना था। इसके लिए शंभूनाथ यादव ने रोजगार सेवक अब्दुल रहमान से संपर्क किया तो उन्होंने 10 हजार रुपए रिश्वत मांगी। शंभूनाथ यादव रिश्वत देना नहीं चाहते थे। कई बार आग्रह करने के बाद भी जब रोजगार सेवक ने फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किया तो उन्होंने इस संबंध में एसीबी की मेदिनीनगर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।

शिकायत को लेकर टीम बनाकर मामले का सत्यापन किया गया। मामला सही साबित होने पर इस संबंध में कार्रवाई के लिए एक टीम बनाई गई। वादी को केमिकल लगे घूस के 10 हजार देकर टीम के साथ छतरपुर प्रखंड कार्यालय भेजा गया। कार्यालय परिसर में जैसे ही रोजगार सेवक ने घूस के 10 हजार रुपए लिए, मौके पर मौजूद एसीबी के जवानों ने रोजगार सेवक को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। रोजगार सेवक अब्दुल रहमान मेदनीनगर के लाल कोठा क्षेत्र का रहनेवाला है।

bribetake bribeमहात्मा गांधी
Comments (0)
Add Comment