टोक्यो । पैरालंपिक खेलों की टेबल टेनिस स्पर्धा में भारत के लिए पहला रजत पदक जीतने वाली भाविनाबेन पटेल स्वदेश लौटने के बाद महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अपना यह पदक दिखाना चाहती हैं।
भाविना ने कहा कि वो सचिन की बड़ी प्रशंसक रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा तेंदुलकर से प्रेरित रही हूं, अब मैं उन्हें अपनी आंखों से देखना चाहती हूं और मैं उनसे प्रेरक बातों को सुनना चाहती हूं जिससे मुझे भविष्य के लिए और भी अधिक आत्मविश्वास मिलेगा।
भावना ने साल 2018 में पैरा एशियन गेम्स में डबल्स में सिल्वर और अब पैरालिंपिक में रजत पदक जीता है। .
भाविना ने अपने को प्रेरित करने को लेकर भी बात की, उन्होंने कहा कि, ध्यान ही मेरी ताकत है, टेबल टेनिस एक ऐसा खेल है, जो 10-15 मिनट में खत्म हो जाता है, यह दुनिया का दूसरा सबसे तेज खेल है।
इसलिए, मैं ध्यान के माध्यम से अपने मन को नियंत्रित करती हूं, इससे मुझे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।’ इसके अलावा भाविना ने कहा कि चीनी खिलाड़ी के साथ खेलने से हर कोई डरता है, मैं थोड़ा नर्वस थी।
मैंने उन्हें पहले भी हराया है, मुझे लगता है कि जो भी आपके सामने है, आपको अपना 100 फीसदी देने की जरूरत है। मेरे कोच ने मुझे सिखाया कि खिलाड़ियों के साथ कैसे खेलना है और उन्हें कैसे दूर करना है।