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एमपी और ओडिशा में पत्रकारों के साथ पुलिस का अमानवीय पूर्ण व्यवहार पर सोशल मीडिया ( Social Media) के मुखर होने के बाद अब एडिटर्स गिल्ड सक्रिय हुआ है |
एडिटर्स गिल्ड ने एक बयान जारी कर गृह मंत्रालय से अपील कि है कि वह पुलिस की ज्यादतियों का तत्काल संज्ञान लेकर इसके खिलाफ सख्त निर्देश जारी करें| एडिटर्स गिल्ड ने ये भी कहा है कि सत्ता की शक्ति का गलत इस्तेमाल करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए|
बीबीसी के मुताबिक गिल्ड के बयान में गया है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है और इस जघन्य मामले की जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन पत्रकारों पर पुलिस और स्थानीय प्रशासन की बेरहमी और डराने-धमकाने की ये बढ़ती प्रवृत्ति बेहद परेशान करने वाली है और इसकी जांच की जरूरत है|
एडिटर्स गिल्ड ने ओडिशा के मामले का जिक्र करते हुए लिखा है कि बालासोर जिले के अस्पताल में एक पत्रकार के पैर को जंजीर से बांध दिया गया|
बता दें एमपी और ओडिशा में पत्रकरों के साथ पुलिस कार्रवाई पर सोशल मीडिया मुखर बना हुआ है | सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं और टिप्पणियों का दौर जारी है |
मध्य प्रदेश के सीधी में थाने में पत्रकारों को आधा नंग्न रखने के मुद्दे पर SHO मनोज सोनी ने मीडिया को सफाई दी है कि पकड़े हुए लोग पूरे नग्न नहीं थे। हम सुरक्षा की दृष्टी से उनको हवालात में अंडरवियर में रखते हैं जिससे कोई व्यक्ति अपने कपड़ों से खुद को फांसी न लगा ले।
इधर #शवराज #जंगलराज के साथ एक यूजर ने लिखा है , शिवराज जी तानाशाही बन्द कीजिए, यह सीधी जिले के पुलिस थाने की तस्वीर है । यह अर्धनग्न युवक कोई चोर उचक्के नहीं है, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के साथी है, इन्हें अर्धनग्न इसीलिए किया गया कि इन्होंने भाजपा विधायक की खबर चलाई ।
भारत का इतिहास@RealHistoryPic ने तंज कसते ट्विट किया, कॉलोनियल इंडिया में जलियांवाला बाग हत्याकांड को गलत तरीके से पेश करने पर पत्रकारों ने जनरल डायर के कार्यालय में कपड़े उतार दिए। (1919)
इधर सोशल मीडिया पर ओडिशा (Odisha) के बालासोर जिले के एक टीवी पत्रकार को इलाज के दौरान अस्पताल के बिस्तर पर जंजीर से बांधकर दिखाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को बालेश्वर के नीलगिरी लोकनाथ दलेई नामक टीवी के रिपोर्टर की गाड़ी थाने के अधिकारी की गाड़ी से टकरा गई थी इसके बाद मौके पर ही इसे लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। बाद में दूसरे दिन पुलिस ने पत्रकार को होमगार्ड पर हमले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हिरासत में दलेई के साथ ज्यादती की | दलेई कि हालत बिगड़ने पर उसे आस्पताल में भर्ती करा दिया लेकिन हथकड़ी पैरों में लगाकर बांध दिया |
वायरल तस्वीर में पत्रकार लोकनाथ दलाई अस्पताल के फर्श पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं साथ ही इस दौरान उनके पैर हथकड़ी से बंधे हुए हैं।