छत्तीसगढ़ में 1 दिन में बिकी 17 करोड़ की शराब

छत्तीसगढ़ में बुधवार को देशी शराब की दुकानें खोल देते ही दिन भर में 17 करोड़ की शराब बिक गई| बता दें देसी शराब दुकान 9 अप्रैल से बंद थे। सुबह से ही इन दुकानों पर शराब प्रेमियों की भीड़ लगनी शुरू हो गई| शराब प्रेमियों में उत्साह इस कदर कि दुकान खुलने की खुशी में नारियल फोड़ा| आलम यह कि सड़क किनारे की दुकानों के कारण जाम की नौबत आ गई| सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो दूर कई जगहों पर धक्का-मुक्की के हालात थे।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बुधवार को देशी शराब की दुकानें खोल देते ही दिन भर में 17 करोड़ की शराब बिक गई| बता दें देसी शराब दुकान 9 अप्रैल से बंद थे।

सुबह से ही इन दुकानों पर शराब प्रेमियों की भीड़ लगनी शुरू हो गई| शराब प्रेमियों में उत्साह इस कदर कि दुकान खुलने की खुशी में नारियल फोड़ा| आलम यह कि सड़क किनारे की दुकानों के कारण जाम की नौबत आ गई| सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो दूर कई जगहों पर धक्का-मुक्की के हालात थे।

छत्तीसगढ़आबकारी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, देशी शराब दुकानों की काउंटर सेलिंग शुरू करने के पहले दिन 17 करोड़ की शराब प्रदेश में बिकी। इसमें विदेशी ब्रांड की शराब की ऑनलाइन सेलिंग भी शामिल है।

छत्तीसगढ़ के एक  देशी शराब दुकान के बाहर का एक वीडियो वायरल हो रहा है।  जिसमें  एक युवक नारियल और अगरबत्ती लेकर पहुंच गया। दुकान शटर उठते ही बाहर जयकारे लगाए और पूजा करने लगा।

 

छत्तीसगढ़ के राजनादगांव जिले में सडक किनारे के शराब दुकान का विडिओ भी वायरल हो रहा है जिसमे भीड़ दिखाई दे रही है, सडक किनारे बाइक की लम्बी लाईन लगी है|

मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक रायपुर समेत प्रदेश के सभी शहरों की विदेशी दुकानों से काउंटर सेलिंग की व्यवस्था बंद है। विदेशी शराब सिर्फ ऑनलाइन ऑर्डर के बाद ही खरीदी जा सकती है। इसके लिए पिकअप काउंटर बने हैं।

आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक अगर कोरोना संक्रमण के नए केस ज्यादा सामने नहीं आते तो जल्द ही सरकार विदेशी शराब दुकान्म से ऑफलाइन सेलिंग शुरू कर सकती है।

छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब की घर पहुँच सेवा शुरू की है|

उधर केरल ने  शराब और बीयर की भारी मांग के बाद होम डिलीवरी से इनकार किया है। रोजाना कोविड में काफी वृद्धि के साथ, राज्य सरकार ने 26 अप्रैल को सभी सरकारी और निजी शराब की दुकानों को बंद करने का फैसला किया था।  केरल के लिए, शराब और बीयर पर राजस्व सबसे बड़ी नकदी में से एक है और पिछले वित्त वर्ष में 15,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि थी।

संयोग से 2020 के लॉकडाउन के दौरान पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली वाम सरकार सभी शराब खरीदारों के लिए एक ऐप लेकर आई थी और शराब चाहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपना स्टॉक खरीदने के लिए बार सहित एक विशेष शराब की दुकान तक पहुंचने के लिए अलर्ट मिला था। लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद इस सुविधा को बंद कर दिया गया था।

मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक अध्ययन से पता चलता है कि केरल  में 3.34 करोड़ आबादी में से लगभग 32.9 लाख लोग, 29.8 लाख पुरुष और 3.1 लाख महिलाएं शराब पीते हैं।  इनमें से करीब पांच लाख लोग रोजाना शराब का सेवन करते हैं और इनमें से 1,043 महिलाओं सहित 83,851 लोग शराब के आदी हैं।

#छत्तीसगढ शराबशराब
Comments (0)
Add Comment