बिलासपुर| छत्तीसगढ़ की बिलासपुर पुलिस ने अंतर्राज्यीय साइबर ठगी के सरगना को मध्य प्रदेश के बीहड़ से दबोचा| एक दिव्यांग से 4 लाख से अधिक की रकम ठगने वाले इस मुख्य आरोपी के साथ उसका सहयोगी भी गिरफ्तार किया गया है | पुलिस ने 7 लाख की रकम को बैंक खातों से सीज किया है। इसने छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश समेत कई जगहों पर ठगी की |
बता दें 23 अगस्त को अमसेना के दिव्यांग सरजू दास मानिकपुरी ने हिरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके खाते में 25 लाख रुपये जमा होने का झांसा देकर पिछले फरवरी 2020 से लेकर अब तक 4.18 लाख रुपये की ठगी की गई है। आरोपी अब भी नंबर बदल-बदल कर झांसा दे रहे हैं।
पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी से उसके बैंक खाते की जानकारी मांगी और उसे भरोसे में लेने के लिये उस खाते में 5 हजार रुपये भी डाल दिये। इससे आरोपी अंकुश सिंह यादव और योगेंद्र अहिरवार का नाम और उनका पता मिल गया। उनका निवास निमाड़ी, मध्य प्रदेश के नौरा ग्राम पाया गया।
पुलिस के मुताबिक हमले की आशंका को देखते थाना टेहरका की मदद ली गई और उनके साथ आरोपियों के ठिकाने पर दबिश दी गई। दोनों आरोपियों को उनके घरों से हिरासत में ले लिया गया।
इं आरोपियों से पूछताछ के बाद मोबाइल फोन, सिम कार्ड, कंप्यूटर आदि बरामद हुए। इनसे 10 अलग-अलग बैंकों में 15 खाते होने का पता चला है। सरगना अंकुश सिंह के पांच खातों में पिछले दो साल के भीतर 1.21 करोड़ रुपये के लेन देन की जानकारी पुलिस को मिली।
दूसरे आरोपी योगेन्द्र के दो खातों में 8.5 लाख रुपये का लेन देन हुआ है। इन दोनों के बैंक खातों में रखे हुए 7 लाख रुपये सीज कर लिए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश आदि के दर्जनों लोगों को फोन पर झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की है।