अपने फैसले से पलटी सरकार, कहा- डेम में पर्याप्त पानी होने पर मिलेगा सिंचाई का पानी

कुछ दिन पहले किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की घोषणा करने वाली राज्य सरकार अपने फैसले से पलट गई है| उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल का कहना है कि यदि डेम में पर्याप्त जलराशि होगी तभी सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा|

अहमदाबाद | कुछ दिन पहले किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की घोषणा करने वाली राज्य सरकार अपने फैसले से पलट गई है| उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल का कहना है कि यदि डेम में पर्याप्त जलराशि होगी तभी सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा|

गुजरात में बारिश में विलंब से ज्यादातर डेम खाली हो चुके हैं| राज्य के जलाशयों में 30 प्रतिशत जलराशि शेष रह गई है| बारिश नहीं होने के कारण किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं|

जिसे देखते हुए कुछ दिन पहले उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने किसानों के सिंचाई के लिए डेम से पानी देने की घोषणा की थी| जिसमें उन्होंने कहा था कि खरिफ फसल बचाने के लिए डेम से पानी छोड़ा जाएगा| डेम से पानी छोड़े जाने से राज्य की 5 लाख हेक्टर जमीन को सिंचाई के पानी का लाभ होगा|

सौराष्ट्र के 141 डेमों में से 88 डेम से सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा, जिससे 60 हजार हेक्टर जमीन को लाभ मिलेगा| धरोई डेम से 15 हेक्टर, मध्य गुजरात के कडाणा डेम से 6 हजार क्यूसेक, पान समेत 11 डेम से 2.10 लाख हेक्टर जमीन के लिए पानी देने की घोषणा नितिन पटेल ने की थी|

सरकार के इस फैसले से किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई| लेकिन गोधरा में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में नितिन पटेल अपनी घोषणा पलट गए और कहा कि बारिश में विलंब से ज्यादातर डेमों में सीमित मात्रा में जलराशि शेष है|

ऐसे में सिंचाई के लिए पानी देना संभव नहीं है| डेम में अधिक जलराशि होने पर ही किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा| उन्होंने कहा कि राज्य के डेमों में बचा पानी पेयजल के लिए सुरक्षित रखा जाएगा|

राज्य के डेमों में फिलहाल 30-35 प्रतिशत पानी ही शेष रह गया है| बता दें कि राज्य में मौसम की 50 प्रतिशत बारिश की कमी है| अब तक राज्य में मौसम की 12.26 ईंच यानी औसत 37.12 प्रतिशत ही बारिश हुई है|

जबकि पिछले साल इसी समयावधि के दौरान राज्य में 25.26 ईंच यानी 77 प्रतिशत मौसम की बारिश हो चुकी थी| जिसके मुकाबले इस वर्ष आधे से भी कम 37 प्रतिशत बारिश अब तक हुई है|

पिछले दो सप्ताह से राज्य में बारिश नहीं होने की वजह से किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित हैं| राहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने कल यानी गुरुवार से शनिवार के दौरान भारी से अतिभारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है|

availabledamdecisionenoughGovernment reversedIrrigation watersaidtherewater
Comments (0)
Add Comment