भाजपा के राष्ट्रवाद का जबाव देने माकपा आजादी के बाद पहली बार भव्य तरीके से मनाएगी स्वतंत्रता दिवस

भाजपा के राष्ट्रवाद का जबाव देने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) माकपा इस बार भारत के स्वतंत्रता दिवस को भव्य तरीके से मनाएंगी। ऐसा पहली बार होगा जब माकपा के कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाएगा।

कोलकाता । भाजपा के राष्ट्रवाद का जबाव देने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) माकपा इस बार भारत के स्वतंत्रता दिवस को भव्य तरीके से मनाएंगी। ऐसा पहली बार होगा जब माकपा के कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाएगा।

जानकारों की माने तो भाजपा के राष्ट्रवाद की नीति का मुकाबला करने के लिए माकपा ने यह रणनीतिक तैयार की है। खुद इस बात की पुष्टि माकपा के पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने की जब उन्होंने बताया

कि इस बार 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कोलकाता समेत देशभर के माकपा कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाएगा। आपको बता दें कि माकपा की ओर से हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता रहा है।

यह बदलाव लगभग सात दशक से अधिक समय बाद आया है जब अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने नारा दिया था कि ये आजादी झूठी है। भाकपा में वर्ष 1964 में विभाजन के बाद माकपा अस्तित्व में आई थी।

माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने कहा, यह निर्णय लिया गया है कि 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पार्टी के सभी कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाएगा।

पार्टी की पश्चिम बंगाल प्रदेश समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी चक्रवर्ती ने हालांकि, इस दावे को खारिज किया कि माकपा पहली बार स्वतंत्रता दिवस मना रही है और कहा कि पूर्व में अलग-अलग तरह से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता रहा है।

सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि हम आम तौर पर फासीवादी ताकतों, सांप्रदायिक ताकतों से देश के सामने आने वाले खतरों पर चर्चा करके स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

इस बार स्वतंत्रता दिवस भव्य तरीके से मनाया जाएगा क्योंकि 75वां या 100वां साल हर बार नहीं आते। माकपा द्वारा लिए गए इस फैसले से कुछ राजनीतिक विश्लेषक हैरान हैं।

हालांकि माकपा के कुछ नेताओं का कहना है कि जिस तरह से भाजपा ने राष्ट्रवाद या देशभक्ति का फायदा उठाकर सभी को प्रभावित किया है उस से मुकाबले के लिए यह रणनीति बहुत आवश्यक है।

afteranswerBJP'sCPI(M) will celebrate Independence Daygrand mannerindependencenationalismthe first time
Comments (0)
Add Comment