चुनावों में हार ने कृषि कानून वापस लेने मजबूर किया : अंकित

खल्लारी विधानसभा के सक्रिय कांग्रेस नेता अंकित बागबाहरा ने कहा है कि पांच राज्यों के चुनाव आ रहे हैं , उप चुनावों में भाजपा की करारी हार हुई है उससे घबराकर और उत्तरप्रदेश में अपने शासन को बचाने केंद्र की मोदी सरकार को अपने तानाशाही रवैय्ये को छोड़ कर किसानों को तबाह करने वाले तीनो कृषि कानून वापस लेने पड़े।

पिथौरा| खल्लारी विधानसभा के सक्रिय कांग्रेस नेता अंकित बागबाहरा ने कहा है कि पांच राज्यों के चुनाव आ रहे हैं , उप चुनावों में भाजपा की करारी हार हुई है उससे घबराकर और उत्तरप्रदेश में अपने शासन को बचाने केंद्र की मोदी सरकार को अपने तानाशाही रवैय्ये को छोड़ कर किसानों को तबाह करने वाले तीनो कृषि कानून वापस लेने पड़े।

अंकित ने कहा कि केंद्र की मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने पूरे देश के किसानों को बड़े कॉर्पोरेट के हांथों बेच देने की कूटनीति के लिए बिना किसी किसान संगठन से चर्चा किये ही किसानों को खत्म करने व गुलाम बनाने वाला तीन कृषि कानून लायी थी।जिसका पूरे देश के किसानों ने विरोध किया था |

पूरी भाजपा इन कानूनों को अच्छा बताने में लगी रही और तो और केंद्र की हठधर्मी सरकार ने संसद में इस पर चर्चा करवाना भी उचित नही समझा । अब जब पांच राज्यों के चुनाव आ रहे है उप चुनावों में भाजपा की करारी हार हुई है उससे घबराकर और उत्तरप्रदेश में अपने शासन को बचाने केंद्र की मोदी सरकार को अपने तानाशाही रवैय्ये से पीछे हटते हुए घोषणा करना पड़ा कि वो इन कानूनों को वापस लेगी ।

अंकित ने दावा किया कि केंद्र द्वारा लाये गए इन काले कृषि कानूनों से जमाखोरों को बहुत लाभ हुआ और हो रहा था इसी के कारण खाने के तेल ,दाल,आलू ,प्याज में चौतरफा तेजी आई थी और आमजन त्राहिमाम करने लगे थे इनके मूल्यों में कमी लाने इन कानूनों की वापसी अत्यंत आवश्यक थी और इस वापसी का लाभ आम जन को मिलेगा ।

अंकित ने इस लड़ाई को जीतने के लिए लगातार संघर्षरत रहे किसान संगठनों के साथ साथ  विपक्ष के रूप मे कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व कर्ता राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल को साधुवाद दिया है। और कहा कि कांग्रेस ही एक्लौति ऐसी पार्टी है जिसमें किसान सुखी रह सकता है और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने अपने मुखिया श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में इसे सच कर दिखाया है ।

#Agriculture Law#Ankit BagbahraModi
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