पुरुषों के स्पर्म को कमजोर करेगा गर्भनिरोधक एंटीबॉडी, जन्म दर को कंट्रोल कर सकते है

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने खास तरह की गर्भनिरोधक एंटीबॉडी तैयार की है। यह स्पर्म को कमजोर करेगी, ताकि जन्म दर को कंट्रोल कर सके। इस बॉस्टन यूनिवर्सिटी और सैनडिएगो की कंपनी जैबबायो ने मिलकर तैयार किया है।

न्यूयॉर्क । अमेरिकी वैज्ञानिकों ने खास तरह की गर्भनिरोधक एंटीबॉडी तैयार की है। यह स्पर्म को कमजोर करेगी, ताकि जन्म दर को कंट्रोल कर सके। इस बॉस्टन यूनिवर्सिटी और सैनडिएगो की कंपनी जैबबायो ने मिलकर तैयार किया है।

वैज्ञानिकों ने इस ह्यूमन कंट्रासेप्शन एंटीबॉडी नाम दिया है। नई गर्भनिरोधक एंटीबॉडी का इंसान के अलग-अलग क्वालिटी वाले स्पर्म पर ट्रायल किया गया है। ट्रायल में सामने आया है कि यह 15 सेकंड में स्पर्म को कमजोर करके निष्क्रिय कर देती है।

शोधकर्ता कहते हैं, अगर कंडोम को छोड़ दें, तब ज्यादातर गर्भनिरोधक उपायों को महिलाओं के लिए ही तैयार किया गया है। वर्तमान में नेस्टॉरवन का ट्रायल किया जा रहा है।

यह पहला हार्मोन कंट्रासेप्टिव है, जिसका इस्तेमाल पुरुष कर सकते है।इस दवा नहीं एक जेल में रूप में तैयार किया गया है।वैज्ञानिक ने बताया कि इस गंर्भनिरोधक एंटीबॉडी को महिला की डिमांड पर उसकी वेजाइना में डाला जा सकता है।

यह एंटीबॉडी महिला के प्राइवेट पार्ट में किसी तरह की सूजन नहीं पैदा करती। इंसानों पर पहले फेज का ट्रायल किया जा रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 15 से 49 साल की उम्र वाली 65 फीसदी महिलाएं किसी न किसी तरह की गर्भनिरोधक तरीकों को अपनाती हैं।

इस नए तरीके को वहां महिलाएं अपना सकती हैं जो वर्तमान में किसी गर्भनिरोधक निरोधक तरीकों का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं। शोधकर्ताओं का कहना है, कई ऐसी बीमारियां हैं जो सेक्स के जरिए दूसरे स्वस्थ इंसान में फैलती हैं।

जैसे-एचआईवी वायरस और हरपीज सिम्प्लेक्स वायरस।ऐसी बीमारियों में गर्भनिरोधक एंटीबॉडीज को दूसरी एंटीबॉडीज के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।

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