कुपवाड़ा: जम्मू–कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. बीते 48 घंटों में, पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद, कई आतंकियों के घरों को निशाना बनाया गया. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और कई अन्य घायल हुए.
शनिवार को कुपवाड़ा में लश्कर–ए–तैयबा के आतंकी फ़ारूक़ अहमद का घर सुरक्षा बलों ने विस्फोटकों से उड़ा दिया. फ़ारूक़ वर्तमान में पाकिस्तान में छिपा है. यह कार्रवाई पहलगाम हमले के बाद छठी ऐसी घटना थी, जिसमें आतंकियों की संपत्तियों को ध्वस्त किया गया.
इसके अलावा, अनंतनाग, पुलवामा, त्राल, शोपियां और कुलगाम में भी आतंकियों के घरों को नष्ट किया गया. अनंतनाग के थोकेरपूरा में आदिल अहमद थोकर, पुलवामा के मुर्रन में अहसान उल हक शेख, त्राल में आसिफ अहमद शेख, शोपियां के चोटीपोरा में शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के मटलहामा में ज़ाहिद अहमद गनी के घरों को भी सुरक्षा बलों ने ध्वस्त किया.
शुक्रवार को दो आतंकियों के घरों पर कार्रवाई हुई. बिजबेहरा में आदिल हुसैन थोकर का घर विस्फोटकों से उड़ाया गया, जबकि त्राल में आसिफ शेख का घर बुलडोजर से ढहाया गया. अधिकारियों के मुताबिक, आदिल थोकर ने पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकियों की मदद की थी. थोकर 2018 में अटारी–वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान गया था, जहां उसने आतंकी प्रशिक्षण लिया और पिछले साल जम्मू–कश्मीर में घुसपैठ की.
अनंतनाग पुलिस ने आदिल थोकर और दो पाकिस्तानी आतंकियों, अली भाई और हाशिम मूसा, की गिरफ्तारी के लिए 20 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है. इन आतंकियों की तलाश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है, और उनके स्केच भी जारी किए गए हैं.
पहलगाम हमला 22 अप्रैल को हुआ, जब 4-5 आतंकियों ने बैसारन घाटी के घने जंगल से निकलकर पर्यटकों पर AK-47 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी की. इस हमले ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी.