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अतिथि लेखक
नववर्ष में जीवन की हकीकतों को स्वीकारना सीखें
जीवन में हमेशा याद रखी जानी चाहिए कि जीवन में बहुत सारी बातें समय के पहले समझ में नहीं आती हैं। जीवन का तर्जुबा समय के साथ ही समझ में आता है, इसके लिए चाहे आप कितनी भी कोशीश कर लीजिए।…
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छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का जिन्न फिर बाहर निकला
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक बार फिर आमने-सामने हैं। दरअसल में भाजपा की एक बड़ी नेत्री के बयान कि ’राज्य में 2023 में यदि बीजेपी की सरकार बनेगी तो शराबबंदी नहीं…
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एनपीए ’राइट ऑफ’ करने के खेल के पीछे की मंशा ठीक मगर निर्णय नहीं ?
देश के बैंकों ने पिछले पांच वित्तीय वर्षों के दौरान 10,09,511 करोड़ रुपये के खराब ऋण यानी एनपीए को राइट ऑफ कर दिया है। वित्त मंत्रालय की ओर से संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक…
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ब्याजदरें बढ़ाने से महंगाई थमने वाली नहीं, नीतियों में बदलाव की दरकार
बढ़ती महंगाई से आम भारतीयों को निजात दिलाने ब्याजदरें बढ़ाने का निर्णय कितना सही है अथवा कितना सटीक निकलेगा ? यह तो समय बतायेगा लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में भारतीय रिजर्व बैंक का यह…
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बढ़ती बेरोजगारी एवं अवसाद: युवाओं के मानसिक सेहत एवं स्वास्थ्य के लिए बनी चुनौती
कोविड महामारी के बाद वैसे तो दुनियाभर के तमाम क्षेत्रों एवं आयामों में बदलाव एवं परिवर्तन आये हैं लेकिन युवाओं के उपर आये बदलाव अब युवापीढ़ी के लिए भारी पड़ने लगी है. एक ओर जहां युवाओं के…
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जनवरी से अक्टूबर 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे न्यूनतम
इस समय छत्तीसगढ़ देश में एकमात्र ऐसा राज्य है जहां बेरोजगारी दर सबसे न्यूनतम है. मार्च से अक्टूबर 2022 के सात महिनों में बेरोजगारी दर एक फीसदी से कम दर्ज है. जनवरी से अक्टूबर 2022 के…
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छत्तीसगढ़िया बनाम भारतीयता, कांग्रेस-भाजपा फिर आमने-सामने
राज्य में स्थानीयता या छत्तीसगढ़िया, वाद का मसला 2018 में भूपेश बघेल सरकार के सत्ता में आने के पहले से ही सुर्खियों में रहा है। राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इस अवधारणा…
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गुणात्मक शिक्षा के बगैर, आजादी के अमृत महोत्सव की सफलता संदिग्ध
देश में बुनियादि शिक्षा के हालात बेहद चिंताजनक एवं चुनौतीपूर्णं बने हुए हैं. देशभर के प्रायमरी के स्कूली बच्चों पर सरकार सालाना औसतन 15 से 20 हजार रूपए खर्च कर रही है, इसके बावजूद…
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बढ़ती आत्महत्याएं : सरकारें खामोश क्यों ?
देश-दुनिया में 77 प्रतिशत आत्महत्याएं निम्न व मध्यम आय वाले देशों, राज्यों, घरों एवं परिवारों में घटित होती हैं. दुनिया में हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति की मृत्यु आत्महत्या से हो रही है.…
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सेवा एवं कृषि क्षेत्र को छोड़कर बाकि कोर सेक्टर्स के प्रदर्शन ने किया निराश
सेवा क्षेत्र एवं कृषि को छोड़कर विनिर्माण, व्यापार, होटल, खनन, बिजली-गैस, निर्माण आदि सभी मुख्य कोर सेक्टर्स में अर्थव्यवस्था की हालत वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में 2022-23 की पहली…
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