नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस ने इस मुश्किल घड़ी में राष्ट्रीय एकता और एकजुटता को सबसे जरूरी बताया है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तुरंत विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है.
राहुल गांधी ने अपने पत्र में कहा, “पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने हर भारतीय को झकझोर दिया है. ऐसे समय में भारत को यह दिखाना चाहिए कि आतंकवाद के खिलाफ हम सब एकजुट हैं.” उन्होंने कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर सभी जनप्रतिनिधियों को एक मंच पर आना चाहिए, ताकि देश की एकता और संकल्प का संदेश पूरी दुनिया में जाए.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, “इस वक्त देश को एकता और एकजुटता की सबसे ज्यादा जरूरत है. विपक्ष मानता है कि संसद का विशेष सत्र जल्द से जल्द बुलाया जाना चाहिए. इससे हमारा साझा संकल्प और इच्छाशक्ति दुनिया के सामने आएगी.”
कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी के कुछ नेताओं के व्यक्तिगत बयानों को पार्टी की आधिकारिक राय न माना जाए. पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा, “कुछ नेताओं के व्यक्तिगत बयान उनकी निजी राय है, लेकिन कांग्रेस का रुख वही है, जो सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव और पार्टी अध्यक्ष द्वारा व्यक्त किया गया है.”
इस बीच, सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों को बैन कर दिया है, जिन पर भारत और उसकी सेना के खिलाफ भड़काऊ और भ्रामक सामग्री प्रसारित करने का आरोप है. वहीं, एनआईए ने हमले की जांच अपने हाथ में ले ली है और सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाश तेज कर दी है.
कांग्रेस ने सरकार को समर्थन देने की बात दोहराई, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के सर्वदलीय बैठक में न पहुंचने पर नाराजगी भी जताई. खड़गे ने कहा, “सभी दलों के नेता बैठक में पहुंचे, लेकिन प्रधानमंत्री नहीं आए. देश की उम्मीद थी कि वे इस संकट की घड़ी में सबके साथ खड़े होंगे.”
पहलगाम हमले के बाद घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सेना और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों की तलाश में लगातार ऑपरेशन चला रही हैं. विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों ने मिलकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया है.