नई दिल्ली: लंदन में पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी शर्मनाक और कायराना फितरत दुनिया के सामने उजागर कर दी. पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे 500 से अधिक भारतीय और यहूदी समुदाय के लोगों को पाकिस्तानी सेना के कर्नल तैमूर रहत ने गला काटने का घृणित इशारा किया. इतना ही नहीं, इस नापाक अधिकारी ने भारतीय वायुसेना के वीर ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान की तस्वीर लहराकर “चाय शानदार है” जैसे तंज कसे, जो पाकिस्तान की जहरीली मानसिकता का सबूत है.
22 अप्रैल को जम्मू–कश्मीर के पहलगाम में बैसारन घाटी में लश्कर–ए–तैयबा के आतंकियों ने 26 पर्यटकों—ज्यादातर हिंदुओं—की नृशंस हत्या की. इन कायरों ने AK-47 से अंधाधुंध गोलीबारी कर मासूमों का खून बहाया. भारत ने तुरंत जवाब दिया—कुपवाड़ा में आतंकी फारूक अहमद का घर विस्फोटकों से उड़ा दिया गया, और अनंतनाग, पुलवामा, त्राल, शोपियां, कुलगाम में अन्य आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया. अनंतनाग पुलिस ने हमले के मास्टरमाइंड आदिल थोकर और दो पाकिस्तानी आतंकियों, अली भाई और हाशिम मूसा, पर 20 लाख रुपये का इनाम रखा.
लेकिन पाकिस्तान अपनी आतंकी करतूतों को छिपाने के लिए नाटक कर रहा है. पहले उसके प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने “निष्पक्ष जांच” का ढोंग रचा, और अब लंदन में उसका अधिकारी खुलेआम भारतीयों को धमकाता है. यह वही पाकिस्तान है, जिसने लश्कर और द रेसिस्टेंस फ्रंट जैसे आतंकी संगठनों को पनाह दी. कर्नल तैमूर की यह हरकत कोई अकेली घटना नहीं, बल्कि पाकिस्तान की “मदरसा–छाप” मानसिकता का नमूना है, जैसा कि जम्मू–कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने कहा. उन्होंने इसे जनरल जिया–उल–हक की जहरीली विरासत बताया.
भारत ने पाकिस्तान की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब दिया है. इंदस जल संधि निलंबित कर, वाघा–अटारी सीमा बंद कर, और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर भारत ने आर्थिक और कूटनीतिक झटका दिया. दिल्ली के मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने चेतावनी दी, “पाकिस्तान पहले अपनी गर्दन बचाए, क्योंकि भारत का प्रलय उनके सिर पर मंडरा रहा है.”
लंदन में भारतीय प्रदर्शनकारी “कश्मीर पर आतंक बंद करो” के नारे लगा रहे थे, जबकि पाकिस्तानी उच्चायोग ने देशभक्ति गीत बजाकर और अभद्र टिप्पणियां कर दुख में डूबे लोगों का अपमान किया. यह वही पाकिस्तान है, जिसे अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देशों ने पहलगाम हमले के लिए लताड़ा है. फिर भी, यह कायर मुल्क अपनी धोखेबाज हरकतों से बाज नहीं आता.