छत्तीसगढ़ समेत 18 राज्यों में 2.5 लाख छात्राओं के लिए अजीम प्रेमजी छात्रवृत्ति

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने आज स्कूल के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली छात्राओं  की सहायता के लिए अजीम प्रेमजी छात्रवृत्ति की घोषणा की. 2025-26 चक्र के लिए आवेदन प्रक्रिया सितंबर 2025 में शुरू होगी. अठारह राज्यों में छत्तीसगढ़, समेत अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड हैं.

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बेंगलुरु| अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने आज स्कूल के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली छात्राओं  की सहायता के लिए अजीम प्रेमजी छात्रवृत्ति की घोषणा की. 2025-26 चक्र के लिए आवेदन प्रक्रिया सितंबर 2025 में शुरू होगी. अठारह राज्यों में छत्तीसगढ़, समेत अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड हैं.

  • पात्रता:

. जिन छात्राओं  ने सरकारी (पब्लिक) स्कूलों में अपनी कक्षा 10 और 12 की पढ़ाई की है.

.किसी प्रामाणिक उच्च शिक्षा संस्थान (HEI) में डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम में प्रवेश लिया हो.

‘प्रामाणिक’ HEI की सूची में सभी सरकारी (सार्वजनिक) HEI और चुनिंदा निजी HEI भी शामिल होंगे.

  • छात्रवृत्ति:

.डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम की अवधि के लिए प्रति वर्ष 30,000 रुपये, जब तक कि छात्रा सफलतापूर्वक कार्यक्रम में जारी रहती है.

उदाहरण के लिए, 4 वर्षीय बीएससी नर्सिंग प्रोग्राम करने वाली छात्राओं को उन 4 वर्षों में 1,20,000 रुपये की छात्रवृत्ति सहायता मिलेगी. यह धनराशि हर साल दो किस्तों में छात्राओं  के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी. वह अपनी जरूरत के हिसाब से इस धनराशि का इस्तेमाल कर सकती है.

फाउंडेशन का अनुमान है कि वह शैक्षणिक वर्ष 2025-26 में 2.5 लाख छात्राओं  को अजीम प्रेमजी छात्रवृत्ति प्रदान करेगा. यह कार्यक्रम देश के 18 राज्यों में उपलब्ध होगा.

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग बेहार ने कहा, “अच्छी स्कूली शिक्षा जीवन के लिए आधारभूत है, जबकि उच्च शिक्षा जीवन में सामाजिक और आर्थिक संभावनाओं को बदल देती है. भारत ने जो भी प्रगति की है, उसके बावजूद लड़कियों को शिक्षा के सभी स्तरों पर अलग-अलग सामाजिक और वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है. हम लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता बना रहे हैं, जिससे उन्हें अपने जीवन की दिशा पर अधिक नियंत्रण प्राप्त करने में मदद मिलेगी.”

अज़ीम प्रेमजी छात्रवृत्ति को शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के कुछ जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया गया है. इस पायलट चक्र में 25,000 से अधिक छात्राओं  को छात्रवृत्ति दी गई है. छात्रवृत्ति के पहले वर्ष का पैसा इन छात्राओं  के खातों में स्थानांतरित कर दिया गया है.

 2025-26 चक्र के लिए आवेदन प्रक्रिया सितंबर 2025 में शुरू होगी. अठारह राज्यों की सूची इस प्रकार है: छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड.

कार्यक्रम का विवरण और कार्यक्रम के डिज़ाइन या कवरेज में कोई भी बदलाव आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत में अधिसूचित किया जाएगा. आने वाले वर्षों में पूरे देश को कवर करने के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम का विस्तार किए जाने की संभावना है.

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