बिहार में राहुल गांधी ने मारी बाजी: युवाओं की पहली पसंद बने, मोदी पीछे
पोल ट्रैकर के ताजा सर्वे में बिहार के युवा वोटरों ने राहुल गांधी को 47% समर्थन देकर पहली पसंद बताया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 39% के साथ पीछे रहे.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच पोल ट्रैकर के जून 2025 सर्वे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को युवाओं के बीच शीर्ष पर रखा है. 20 से 29 साल के वोटरों में 47% ने राहुल को चुना, जबकि नरेंद्र मोदी को 39% समर्थन मिला. बाकी 14% ने अन्य नेताओं को चुना या जवाब नहीं दिया. यह आंकड़ा बिहार की राजनीतिक गणित को उलट-पुलट करने वाला है, जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन फिर से आमने-सामने हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो जनवरी 2024 में महागठबंधन छोड़कर एनडीए में लौटे, अपनी उपलब्धियों को चमकाने में जुटे हैं. दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के तेजस्वी यादव नौकरियों और सामाजिक न्याय के वादों के साथ युवाओं को लुभा रहे हैं. लेकिन सर्वे की मानें तो कांग्रेस अब पहले से कहीं मजबूत दिख रही है. राहुल गांधी का युवाओं में बढ़ता प्रभाव कांग्रेस को महागठबंधन में अहम भूमिका दिला सकता है.
हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, जिससे महागठबंधन की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषक अजय कुमार ने कहा, “राहुल गांधी कांग्रेस को सहयोगी से मुख्य भूमिका में ला रहे हैं, लेकिन बिना नेता के गठबंधन अंधेरे में चल रहा है.” एक्स पर कई पोस्ट्स ने राहुल की तारीफ की, साथ ही 30 साल से कम उम्र के वोटरों में मोदी की लोकप्रियता में कमी पर सवाल उठाए.
चुनावी रंग और गहरा हो गया है, क्योंकि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने सुशासन का नारा बुलंद किया है. अप्रैल 2025 के सी-वोटर सर्वे में किशोर मुख्यमंत्री पद की पसंद में 17.2% के साथ दूसरे स्थान पर थे, तेजस्वी यादव (35.5%) के बाद और नीतीश कुमार (15%) से आगे. जन सुराज दोनों गठबंधनों के वोट काट सकती है, जिससे चुनावी समीकरण और जटिल हो गए हैं.
राहुल गांधी ने बिहार के युवाओं का ध्यान खींचकर पुराने राजनीतिक अनुमानों को तोड़ दिया है. कांग्रेस इस लहर को वोटों में बदलने की तैयारी में है, लेकिन जन सुराज की चुनौती और महागठबंधन की एकजुटता नीतीश की अनुभवी पकड़ के खिलाफ कितनी कारगर होगी, यह जल्द ही सुर्खियां बनेगा.