लॉकडाउन पर विचार कर सकती है छत्तीसगढ़ सरकार:सिंहदेव
छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच स्वास्थ्य मंत्री ने कहा
रायपुर| छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि अगर हालात आगे बने रहते हैं तो सरकार लॉकडाउन पर विचार कर सकती है। बता दें कि संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहले ही लॉकडाउन की मांग कर चुके हैं| जशपुर, सरगुजा और सुकमा के बाद आज से राजधानी रायपुर में नाइट कर्फ्यू का लागू कर दिया गया है|
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं। अगर ऐसे हालात आगे बने रहते हैं तो सरकार लॉकडाउन पर विचार कर सकती है।
छत्तीसगढ़ में इस वक्त हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अकेले दुर्ग जिले में एक दिन में टेस्टिंग के दौरान करीब 46 प्रतिशत केस सामने आए। इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में भी संक्रमण बढ़ता जा रहा है|
रायपुर में मंगलवार सुबह से दोपहर दो बजे तक 9 लोगों की मौत हो गई। कालीबाड़ी केंद्र में कोरोना टेस्ट कराने वालों की कतार लगी है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन की ओर कदम बढ़ा सकती है।
मिडिया रिपोर्ट को में दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसकी घोषणा कर सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दुर्ग में आ रहे नए मामलों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने टेस्टिंग की संख्या व पॉजिटिव आ रहे मरीजों के आंकड़ों पर भी विशेष ध्यान दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रसार पर कहा कि मार्च माह के पहले सप्ताह में राज्य की पॉजिटिविटी रेट 0.99% पर था, जिसके उपरांत दूसरे सप्ताह में यह थोड़ा बढ़कर 1.6% पर पहुँचा एवं तीसरे सप्ताह तक यह 1.8% और चौथे सप्ताह में यह 6% पर चला गया है। उन्होंने कहा कि 1% से 6% तक यह बढ़ते संक्रमण की दर बड़ी चिंता का विषय है।
दुर्ग में भी कोरोना काबू से बाहर हो चला है। यहां 45.9 फीसदी और बेमेतरा जिले में 50 फीसदी कोरोना सैंपल पॉजिटिव निकल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने संकेत दिए हैं कि आगे समय में सरकार कोरोना संक्रमण पर लगाम कसने के लिए लॉकडाउन पर विचार कर सकती है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना से होने वाली मौत का औसत भी राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। कोरोना की वजह से इस कैटेगरी में 18 राज्यों को रखा गया है। देश का औसत 117 है, छत्तीसगढ़ 138 और दिल्ली का औसत 588 है। छत्तीसगढ़ में पिछले 1 साल में अब तक 4096 लोगों की मौत हो चुकी है।