कोरोना की रफ़्तार को गुटका-गुड़ाखु ने दी टक्कर

छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रफ़्तार को गुटका-गुड़ाखु  के दाम ने भी टक्कर देना शुरू कर दिया  है | कालाबाज़ारी ने आम लोगो में अब कोरोना की दूसरी लहर की दहशत पैदा करने लगी है |

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पिथौरा| छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रफ़्तार को गुटका-गुड़ाखु  के दाम ने भी टक्कर देना शुरू कर दिया  है | कालाबाज़ारी ने आम लोगो में अब कोरोना की दूसरी लहर की दहशत पैदा करने लगी है |

बाजार में  10 रुपये में बिकने वाला गुड़ाखु  और 5 रुपये में बिकने वाला गुटका दुगुने से जयादा कीमत पर बिकने लगा है | लॉक डाउन की आशंका से अभी से गुटका-गुड़ाखु   व्यवसायियों ने अभी से कृत्रिम कमी बताकर इनके दाम  बढ़ाना शुरू कर  दिया हैं | गुटका गुड़ाखु प्रेमी लोग अब इस काला बाजारी से परेशान होने लगे है।

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉक डाउन की आशंका ने गुटका-गुड़ाखु प्रेमियों की जेब खाली करने के लिए व्यवसायियों ने अभी से कृत्रिम कमी बताते हुए इनके दाम  बढ़ाते  जा रहे हैं ।

एक बार फिर कोरोना की आपदा में अवसर का फायदा नगर के थोक गुटका-गुड़ाखु व्यवसायियों ने  उठाना शुरू कर दिया  है|  उसकी तैयारी अभी से प्रारम्भ कर दी गयी है।

चिल्लर व्यवसायियों के अनुसार विगत 3 दिनों से प्रतिदिन गुटका एवम गुड़ाखु की कीमतें बढ़ा कर बेचे जा रहे हैं | गोदामो में भरपूर स्टॉक होने के बावजूद चिल्लर व्यवसायियों को इनकी कमी बता कर निर्धारित मूल्य से 20 से 50 फीसदी तक अधिक पर बेचा जा रहा है।जिससे छोटे व्यवसायी भी अब इन सब का मूल्य बढाकर ही चिल्लर ग्राहकों को विक्रय कर रहे है ।  स्थानीय व्यवसायी स्टॉक नहीं  होने की बात कह रहे हैं|

कालाबाज़ारी से एक बार फिर दहशत  कोरोना की दूसरी लहर की दहशत फैलने लगी है। दूसरी लहर में क्षेत्र में हुई मौतों को लोग अभी भूल भी नहीं पाए हैं कि अब तीसरी लहर की दस्तक एवम थोक बाजार में कालाबाज़ारी ने आम लोगो के मन मे अभी से दहशत पैदा कर दी है।

बता दें छत्तीसगढ़ में  पिछली दो कोरोना काल में उक्त सामग्री की खुलेआम जमकर कालाबाज़ारी की गई थी।जिसमें गुड़ाखु 10 का 100 रुपये एवम 5 का गुटका 50 रुपये तक बेचा गया था।

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गुटखा-गुड़ाखु  को  कोरोना संक्रमण को फ़ैलाने में जिम्मेदार कारकों में देखा गया था | गुटखा खाकर सार्वजनिक जगहों पर  थूकने और गुड़ाखु  के इस्तेमाल से संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है | लिहाजा इस पर पाबंदी लगाई गई थी |

वहीँ कोरोना के omicron  वेरिएंट जो तेजी से फैलता है सबकी चिंताएं बढ गई हैं |

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा की रिपोर्ट

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