27 घंटे की ईडी छापेमारी के बाद डीके शिवकुमार का ‘विवाह उपहार’ बयान, कर्नाटक गृह मंत्री पर कार्रवाई

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कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोने की तस्करी मामले में एक नया मोड़ ला दिया है. यह मामला तब सुर्खियों में आया जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर के स्वामित्व वाली शिक्षण संस्थाओं पर 27 घंटे तक छापेमारी की. मीडिया से बातचीत में शिवकुमार ने खुलासा किया कि परमेश्वर ने उन्हें बताया कि उन्होंने रान्या राव को एक विवाह समारोह में उपहार दिया था. उन्होंने इस कृत्य को सामान्य बताते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है.

शिवकुमार ने कहा, “मैंने डॉ. परमेश्वर से इस बारे में बात की. यह एक विवाह समारोह से जुड़ा मामला है. हम सार्वजनिक जीवन में हैं और कई संस्थाएं चलाते हैं. ऐसे अवसरों पर उपहार देना आम बात है. कोई एक रुपये देता है, कोई दस रुपये, तो कोई पांच या दस लाख रुपये. मुझे लगता है कि उन्होंने भी शादी के लिए उपहार दिया होगा. इसमें कोई गलती नहीं है.”

उपमुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी मंत्री या राजनेता गलत कार्यों का समर्थन नहीं करेगा. “महिला ने जो किया, वह उसका निजी मामला है और यह गलत है. कानून अपना काम करेगा,” उन्होंने कहा.

इस बीच, कांग्रेस इकाई ने दावा किया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया जा रहा है. मंत्री प्रियंक खड़गे ने कहा, “यह पूरी तरह से राजनीतिक हमला है. पिछले 10 वर्षों में विपक्ष पर आयकर विभाग और ईडी ने 193 मामले दर्ज किए, लेकिन केवल दो में सजा हुई. सुप्रीम कोर्ट ने भी ईडी और आयकर विभाग की मनमानी और विपक्ष को चुनिंदा तरीके से निशाना बनाने की आलोचना की है. यह कोई नई बात नहीं है और ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी.”

कर्नाटक के एक अन्य मंत्री ईश्वर खांद्रे ने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियां भाजपा के इशारे पर विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही हैं. “भाजपा ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का दुरुपयोग कर रही है. यह सभी जानते हैं,” उन्होंने कहा.

सूत्रों के अनुसार, ईडी ने परमेश्वर से जुड़े एक शिक्षण संस्थान और एक अस्पताल पर छापेमारी की. यह कार्रवाई सोने की तस्करी के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई. जांच एजेंसी हवाला ऑपरेटरों की भूमिका की जांच कर रही है, जिन्होंने कथित तौर पर रान्या राव से जुड़े खातों में फर्जी लेनदेन किए.

रान्या राव को 3 मार्च को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर दुबई से लौटने के बाद गिरफ्तार किया गया था. राजस्व खुफिया निदेशालय ने उनके पास से 12 किलोग्राम सोने की छड़ें जब्त की थीं, जिनकी कीमत 12 करोड़ रुपये से अधिक थी. एक विशेष अदालत ने हाल ही में राव और उनके सह-आरोपी को जमानत दे दी, क्योंकि राजस्व खुफिया निदेशालय समय पर आरोपपत्र दाखिल नहीं कर सका. हालांकि, राव अभी जेल में ही रहेंगी, क्योंकि उन पर विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी रोकथाम अधिनियम, 1974 के तहत भी आरोप हैं, जो एक वर्ष तक बिना जमानत के निवारक हिरासत की अनुमति देता है.

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