पानी मांगना पड़ा महंगा, मुखबिर की सूचना पर दुष्कर्म आरोपी गिरफ्तार
गाडे को पकड़ने में सबसे महत्वपूर्ण सुराग तब मिला जब वह पानी पीने के लिए एक व्यक्ति के पास पहुंचा. संयोगवश, वह व्यक्ति पुलिस का मुखबिर निकला और उसने तुरंत सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गुरुवार देर रात 1:10 बजे गाडे को हिरासत में ले लिया.
मुंबई| पुणे के व्यस्त स्वारगेट बस डिपो में एक महिला से दुष्कर्म करने के बाद फरार आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (37) को पुलिस ने 75 घंटे की व्यापक तलाश के बाद गिरफ्तार कर लिया. पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए 500 से अधिक पुलिसकर्मियों, डॉग स्क्वॉड और 400 से अधिक स्थानीय ग्रामीणों की मदद ली गई.
पानी मांगना बना गिरफ्तारी की वजह
गाडे को पकड़ने में सबसे महत्वपूर्ण सुराग तब मिला जब वह पानी पीने के लिए एक व्यक्ति के पास पहुंचा. संयोगवश, वह व्यक्ति पुलिस का मुखबिर निकला और उसने तुरंत सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गुरुवार देर रात 1:10 बजे गाडे को हिरासत में ले लिया. इस अहम सूचना देने वाले व्यक्ति को पुलिस ने 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है.
तीन दिन से जारी था सर्च ऑपरेशन
पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया, जिसमें ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की भी मदद ली गई. आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा, “हम बीते तीन दिनों से आरोपी की तलाश में जुटे थे. हमारी टीमों ने कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की. डॉग स्क्वॉड ने कुछ महत्वपूर्ण जगहों की पहचान की, जिससे हमें उसे पकड़ने में मदद मिली.”
तेजी से चलेगा मुकदमा, महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान
आयुक्त ने यह भी बताया कि इस मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में होगी और इसके लिए विशेष सरकारी वकील नियुक्त किया जाएगा. इसके अलावा, पुणे में महिला सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक व्यापक ऑडिट किया जाएगा. “हम महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विस्तृत योजना बना रहे हैं और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा,” उन्होंने कहा.
कैसे दिया घटना को अंजाम?
गाडे ने पीड़िता, जो चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी है, को मंगलवार सुबह करीब 5:45 बजे झांसा देकर एक खाली बस में ले जाकर दुष्कर्म किया. पीड़िता सतारा जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तभी गाडे ने उसे गलत जानकारी देकर एक अन्य प्लेटफॉर्म की ओर भेजा. फिर उसने महिला को यह कहकर एक खाली एसी बस में बिठा दिया कि यही उसकी बस है. जब पीड़िता अंदर गई, तो गाडे ने उसका पीछा किया और बस के अंदर ही वारदात को अंजाम दिया. घटना के बाद पहचान छिपाने के लिए आरोपी ने मास्क का इस्तेमाल किया.
पहले से है आपराधिक इतिहास
गाडे का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है. वह पुणे और अहिल्यानगर जिलों में लूट, चोरी और चेन स्नैचिंग जैसी कई घटनाओं में शामिल रहा है. 2019 में एक मामले में उसे जमानत मिली थी, जिसके बाद वह फिर अपराधों में लिप्त हो गया.
घटना पर आक्रोश, शिवसेना नेताओं ने किया प्रदर्शन
इस घिनौनी वारदात के बाद पूरे शहर में आक्रोश फैल गया. शिवसेना (उद्धव गुट) के नेताओं ने स्वारगेट बस डिपो पर सुरक्षा गार्ड के केबिन में तोड़फोड़ कर विरोध जताया.
पुलिस का कहना है कि इस मामले में ठोस सबूतों के आधार पर मजबूत केस बनाया जाएगा ताकि आरोपी को कड़ी सजा दिलाई जा सके. फिलहाल, आगे की जांच जारी है.