लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के दौरान संगम जल की गुणवत्ता को लेकर उठाए गए सवालों को खारिज किया, और फेकल बैक्टीरिया संदूषण की रिपोर्ट को महाकुंभ के खिलाफ एक साजिश करार दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में कहा कि गंगा, यमुना और काल्पनिक सरस्वती के संगम का जल न केवल पवित्र स्नान के लिए उपयुक्त है, बल्कि यह पीने के लिए भी सुरक्षित है. उनका यह बयान केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें बताया गया था कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के विभिन्न स्थानों पर जल की गुणवत्ता प्राथमिक स्नान मानकों को पूरा नहीं करती है, क्योंकि जल में फेकल कोलिफॉर्म बैक्टीरिया का स्तर बहुत अधिक पाया गया है. यह बैक्टीरिया आमतौर पर गर्म रक्त वाले जानवरों और मनुष्यों की आंतों में पाया जाता है, और इसकी उपस्थिति संभावित जल संदूषण का संकेत देती है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे हो सकते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा, “सनातन धर्म, माँ गंगा, भारत या महाकुंभ के खिलाफ झूठ फैलाना और फेक वीडियो चलाना करोड़ों भक्तों की आस्था के साथ खेलना है. इस आयोजन की भव्यता को दुनिया ने देखा है, और इसे बदनाम करने के प्रयासों के बावजूद महाकुंभ अभूतपूर्व सफलता प्राप्त कर चुका है.”
उन्होंने राज्य सरकार के इस आयोजन में भूमिका का भी बचाव किया, और कहा कि महाकुंभ एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अवसर है, जो समाज का है, न कि किसी विशेष राजनीतिक दल या संगठन का. “सरकार केवल एक सेवक के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभा रही है. इस सदी के महाकुंभ से जुड़ा होना हमारे लिए गर्व की बात है,” उन्होंने कहा.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट
CPCB की रिपोर्ट में जल संदूषण से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों पर चिंता जताई गई थी, जिसमें उच्च बैक्टीरिया स्तर का मुख्य कारण अविकसित सीवेज का जल में मिलना बताया गया था. फेकल कोलिफॉर्म बैक्टीरिया से संपर्क में आने से पेट के संक्रमण, बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इस कारण उन भक्तों के लिए साफ पानी महत्वपूर्ण है, जो धार्मिक स्नान के लिए गंगा में डुबकी लगाते हैं.
इसके बावजूद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को जल की सुरक्षा का आश्वासन दिया और विरोधियों पर महाकुंभ के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने का आरोप लगाया.
महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, और संगम के जल की गुणवत्ता पर चल रही बहस एक संवेदनशील मुद्दा बन गई है, जो पर्यावरणविदों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और राजनीतिक नेताओं का ध्यान आकर्षित कर रही है.