पाकिस्तान ने सिखों को निशाना बनाया, जम्मू-कश्मीर में गुरुद्वारे पर हमला: भारत ने LOC गोलीबारी पर लगाया गंभीर आरोप

0 14
Wp Channel Join Now

नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में सिख समुदाय को जानबूझकर निशाना बनाने और गुरुद्वारे पर हमला करने का गंभीर आरोप लगाया है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारी गोलीबारी की, जिसमें पूंछ के केंद्रीय गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा को नुकसान पहुंचा और सिख समुदाय के कई लोग मारे गए.

मिस्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बुधवार को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय के खिलाफ सुनियोजित हमला किया. इस हमले में गुरुद्वारे के अलावा सिखों के घरों को भी निशाना बनाया गया. उन्होंने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए कहा कि मारे गए लोग आतंकवादी नहीं, बल्कि निर्दोष नागरिक थे. मिस्री ने एक तस्वीर दिखाते हुए सवाल उठाया कि अगर ये केवल नागरिक थे, तो उनके ताबूतों को पाकिस्तानी झंडे में क्यों लपेटा गया और उन्हें राजकीय सम्मान क्यों दिया गया.

जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण कम से कम 12 नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें सिख और मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हैं. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हमले की निंदा करते हुए बताया कि तीन सिख—रागी सिंह भाई अमरीक सिंह, अमरजीत सिंह और रंजीत सिंह—इस हमले में मारे गए. बादल ने इसे ” अमानवीय हमला” करार देते हुए मांग की कि मृतकों को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके परिवारों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए.

पाकिस्तान की इस कार्रवाई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में देखा, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन को “अद्भुत सटीकता” वाला बताया, जिसमें करीब 100 आतंकवादी मारे गए.

पूंछ जिले के गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष नरिंदर सिंह ने बताया कि गुरुद्वारे के एक कोने में गोला गिरने से एक दरवाजा और कुछ शीशे क्षतिग्रस्त हुए, लेकिन गुरुद्वारे को भारी नुकसान होने की खबरें गलत हैं. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है, जहां एक मस्जिद और गीता भवन को भी नुकसान पहुंचा.

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सीमावर्ती इलाकों की स्थिति पर आपात बैठक बुलाई, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए.

भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ. मिस्री ने कहा, “हमारा जवाब मापा हुआ और गैर-उत्तेजक था. हमने केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाया.” उन्होंने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बताते हुए कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहा है.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी हमले की निंदा की और कहा कि आम लोगों को निशाना बनाना पूरी तरह गलत है. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की.

Leave A Reply

Your email address will not be published.