मुंबई: प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. पूनम गुप्ता ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की डिप्टी गवर्नर के रूप में 2 मई 2025 को कार्यभार संभाल लिया. केंद्र सरकार ने उन्हें तीन साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया है.
डॉ. गुप्ता इससे पहले नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की महानिदेशक थीं. उन्होंने वर्ल्ड बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में लगभग दो दशक तक काम किया है. उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब आरबीआई आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मौद्रिक नीतियों में ढील देने की तैयारी कर रहा है. गुप्ता मौद्रिक नीति, वित्तीय बाजार संचालन, आर्थिक अनुसंधान, वित्तीय स्थिरता, और संचार जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगी.
उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री और यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड, यूएसए से पीएचडी की है. वह प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य और 16वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद की संयोजक भी रही हैं. उनकी नियुक्ति को आरबीआई में 14 साल बाद पहली महिला डिप्टी गवर्नर के रूप में ऐतिहासिक माना जा रहा है.
गुप्ता ने हाल के लेखों में लचीली विनिमय दर और मुद्रास्फीति सूचकांक में खाद्य कीमतों के वजन को अपडेट करने की वकालत की है. उनकी विशेषज्ञता से 2026 में मुद्रास्फीति-लक्ष्य ढांचे की समीक्षा में मदद मिलेगी. उनकी अगुवाई में आरबीआई के सामने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और घरेलू विकास चुनौतियों से निपटने की जिम्मेदारी होगी.