लीड्स: मात्र 27 साल की उम्र में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने हेडिंग्ले टेस्ट में दो शतक जड़कर क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ा, जिससे 25,000 से अधिक दर्शक झूम उठे.
इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के चौथे दिन, पंत ने अपनी दूसरी पारी में शानदार शतक ठोका. उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी, जिसमें फॉलिंग स्कूप जैसे अनोखे शॉट्स शामिल थे, ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. पहली पारी में भी पंत ने सिक्स के साथ शतक पूरा किया था, जिसे देखकर कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने “शानदार, शानदार, शानदार” कहकर तारीफ की थी.
दूसरे शतक के बाद स्टेडियम में मौजूद दर्शक और गावस्कर को उम्मीद थी कि पंत अपने खास बैक-फ्लिप सेलिब्रेशन से सभी का मनोरंजन करेंगे, जैसा उन्होंने पहली पारी में किया था. गावस्कर ने कमेंट्री के दौरान इशारा भी किया, लेकिन पंत ने मुस्कुराते हुए विनम्रता से मना कर दिया.
पंत की बल्लेबाजी ने मैच को रोमांचक मोड़ पर ला खड़ा किया है. पांचवें दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 350 रन चाहिए, और उसके पास सभी 10 विकेट बाकी हैं. पंत ने इस टेस्ट में भारत के पहले विकेटकीपर के रूप में एक ही मैच में दो शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया.
हालांकि, पंत का खेल हमेशा सुर्खियों में नहीं रहा. इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक जोखिम भरे स्कूप शॉट के बाद गावस्कर ने उनकी आलोचना की थी, और “बेवकूफाना” करार दिया था. लेकिन हेडिंग्ले में उनकी बल्लेबाजी ने सभी आलोचनाओं को पीछे छोड़ दिया. पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा, “पंत का जुनून और आत्मविश्वास उन्हें खास बनाता है. वह मैदान पर जादू बिखेरते हैं.”
पंत की इस उपलब्धि के बावजूद, उन्हें तीसरे दिन अंपायर के फैसले पर असहमति जताने के लिए आईसीसी की फटकार भी झेलनी पड़ी. फिर भी, उनकी बल्लेबाजी ने साबित कर दिया कि वह क्रिकेट के उभरते सितारे हैं.
जैसे ही टेस्ट का अंतिम दिन शुरू हो रहा है, क्रिकेट प्रशंसकों की नजर इस बात पर है कि क्या पंत की यह पारी भारत को जीत दिला पाएगी.