सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी: माइक्रोग्रैविटी के बाद गुरुत्वाकर्षण की चुनौतियाँ
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. विनय गुप्ता के मुताबिक, दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पूरी तरह से स्वास्थ्यलाभ में लगभग छह सप्ताह लग सकते हैं.
नई दिल्ली: नासा के भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर नौ महीने बाद 16 मार्च को पृथ्वी पर लौटेंगे. अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में लंबे प्रवास के बाद उनके सामने पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति में समायोजन की चुनौतियाँ होंगी. विशेषज्ञों के अनुसार, माइक्रोग्रैविटी के कारण मांसपेशियों का क्षरण, हड्डियों के घनत्व में कमी और तरल पदार्थों का शरीर में ऊपरी हिस्सों की ओर बढ़ना जैसी समस्याएं सामने आएंगी.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. विनय गुप्ता के मुताबिक, दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पूरी तरह से स्वास्थ्यलाभ में लगभग छह सप्ताह लग सकते हैं. उन्हें चलने जैसी बुनियादी गतिविधियों को दोबारा सीखना होगा. सुनीता ने हाल ही में कहा, “मैं इतने दिनों से यहाँ हूँ कि चलना भी भूल गई हूँ. न बैठी हूँ, न लेटी हूँ.”
प्रमुख स्वास्थ्य जोखिम:
मांसपेशियों और हड्डियों पर प्रभाव: लंबी अवधि तक माइक्रोग्रैविटी में रहने से मांसपेशियों का 20% तक क्षरण और हड्डियों के घनत्व में प्रतिमाह 1-2% की कमी आती है.
दृष्टि संबंधी समस्याएं: तरल पदार्थों के ऊपरी हिस्सों में जमा होने से आँखों में दबाव (SANS सिंड्रोम) का खतरा.
हृदय एवं संतुलन: गुरुत्वाकर्षण के अभाव में दिल पर अतिरिक्त दबाव और पृथ्वी पर लौटने पर चक्कर व मतली की शिकायत.
मिशन की पृष्ठभूमि:
सुनीता और बुच 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर से 10 दिन के मिशन पर गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हुई. सितंबर 2024 में स्टारलाइनर बिना चालक दल के पृथ्वी पर लौटा, जिसके बाद नासा ने फरवरी में स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन के जरिए उन्हें वापस लाने की योजना बनाई. अब 16 मार्च को स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल से उनकी वापसी तय हुई है.
भविष्य की तैयारियाँ:
नासा ने 12 मार्च को कैनेडी स्पेस सेंटर से क्रू-10 मिशन लॉन्च करने की घोषणा की है, जिसमें एन मैक्क्लेन, निकोल एयर्स (नासा), ताकुया ओनिशी (जापान), और किरिल पेस्कोव (रूस) शामिल हैं. नासा के प्रवक्ता डाना वीगल के अनुसार, “क्रू-10 को एंड्योरेंस कैप्सूल से लॉन्च किया जाएगा, क्योंकि नए अंतरिक्ष यान का निर्माण देरी से हो रहा है.”
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के सार्वजनिक बयानों के बावजूद नासा ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय पहले से ही लिया जा चुका था. वापसी के बाद दोनों यात्रियों को तुरंत चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया जाएगा.