पाकिस्तान में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को वीआईपी सुरक्षा? वायरल वीडियो में AK-47 लिए सशस्त्र लोग दिखे
नई दिल्ली: हरियाणा की यूट्यूबर और ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा, जिन्हें हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया, एक नए वीडियो के कारण चर्चा में हैं. यह वीडियो, जो मार्च 2025 में लाहौर के अनारकली बाजार में एक स्कॉटिश यूट्यूबर कैलम मिल द्वारा रिकॉर्ड किया गया, ज्योति को AK-47 राइफलों से लैस कम से कम छह सशस्त्र व्यक्तियों के साथ दिखाता है, जो उनकी सुरक्षा में तैनात प्रतीत होते हैं. इस असामान्य सुरक्षा व्यवस्था ने कई सवाल खड़े किए हैं, खासकर तब जब ज्योति को एक सामान्य ट्रैवल व्लॉगर के रूप में जाना जाता था.
वीडियो में, कैलम, जो अपने यूट्यूब चैनल ‘कैलम अब्रॉड’ पर यात्रा वृत्तांत साझा करते हैं, ज्योति से संक्षिप्त बातचीत करते हैं. ज्योति उनसे पूछती हैं कि क्या यह उनकी पाकिस्तान की पहली यात्रा है, जिसके जवाब में कैलम कहते हैं कि यह उनकी पांचवीं यात्रा है. ज्योति पाकिस्तानी आतिथ्य की तारीफ करती हैं और कहती हैं कि उन्हें यह बहुत पसंद है. जैसे ही वह आगे बढ़ती हैं, कैलम को एहसास होता है कि सशस्त्र लोग ज्योति के साथ हैं. वह आश्चर्यचकित होकर कहते हैं, “यह भारतीय लड़की…इनके साथ इतने सारे सुरक्षाकर्मी हैं. इतने हथियारों की क्या जरूरत है? उनके आसपास छह से ज्यादा सशस्त्र लोग हैं. बहुत अजीब है.”
‘नो फियर’ लिखी जैकेट पहने ये सशस्त्र व्यक्ति सादे कपड़ों में थे, जिससे यह स्पष्ट नहीं है कि वे पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के आधिकारिक कर्मी थे या निजी सुरक्षा कर्मचारी. इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तीव्र प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं, जिसमें उपयोगकर्ता यह सवाल उठा रहे हैं कि एक गैर-राजनीतिक और गैर-प्रसिद्ध यूट्यूबर को ऐसी उच्च-स्तरीय सुरक्षा क्यों प्रदान की गई.
ज्योति मल्होत्रा को 16 मई 2025 को हरियाणा के हिसार से गिरफ्तार किया गया था, जब जांच एजेंसियों को उनके पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ संबंधों के सबूत मिले. जांच से पता चला है कि ज्योति ने 2023 में पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से संपर्क स्थापित किया था, जिन्हें 13 मई को जासूसी के आरोप में भारत से निष्कासित कर दिया गया. दानिश ने कथित तौर पर ज्योति को पाकिस्तानी खुफिया नेटवर्क से जोड़ा, जिसके बाद वह व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म के जरिए संवेदनशील जानकारी साझा करती थीं.
पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि ज्योति की जीवनशैली उनकी आय के स्रोतों से मेल नहीं खाती. वह प्रथम श्रेणी में उड़ान भरती थीं, महंगे होटलों में ठहरती थीं और लक्जरी रेस्तरां में भोजन करती थीं. उनकी पाकिस्तान यात्राएं कथित तौर पर ‘प्रायोजित’ थीं, और वह लाहौर में उच्च-स्तरीय पार्टियों में शामिल होती थीं, जहां वे खुफिया अधिकारियों से मिलती थीं.
यह वीडियो ज्योति के मामले में एक महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में उभरा है, जो भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच और भी संवेदनशील हो गया है. ऑपरेशन सिंदूर, जिसे पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, के दौरान भी ज्योति कथित तौर पर अपने पाकिस्तानी संपर्कों के साथ संवाद में थीं. जांच एजेंसियां अब उनके डिजिटल उपकरणों और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच कर रही हैं ताकि इस जासूसी नेटवर्क की पूरी गहराई का पता लगाया जा सके.
ज्योति के पिता, हरीश मल्होत्रा, ने दावा किया है कि उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है और वह केवल कंटेंट बनाने के लिए यात्रा करती थीं. हालांकि, पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ ठोस सबूत हैं, और वे अन्य संदिग्धों की भी जांच कर रहे हैं जो इस नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं.
इस घटना ने सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों का उपयोग कर खुफिया जानकारी एकत्र करने की नई रणनीतियों पर प्रकाश डाला है, जिसे हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक सावन ने “आधुनिक युद्ध” का हिस्सा बताया है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यह मामला भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती के रूप में उभर रहा है.
