जांजगीर। ओडिशा में छत्तीसगढ़ की कार से बरामद करीब 8 करोड़ के जाली नोट की छपाई राजधानी रायपुर के एक मकान में रहकर की थी| मामले का सरगना आरकेएम पॉवर प्लांट का इंजीनियर निकला। उसके दो एनी साथी भी पॉवर प्लांट में काम करते थे| इन लोगों ने जाली नोट की छपाई राजधानी रायपुर के एक मकान में रहकर की थी|
जांजगीर एसपी पारुल माथुर के मुताबिक मुख्य आरोपी रविन्द्र मनहर डभरा आरकेएम पॉवर प्लांट में इंजीनियर था। वहीं अन्य 2 आरोपी के नाम विजय बर्मन और मनहरण जानहर है। ये दोनों भी आरकेएम पॉवर प्लांट में काम करते थे।
बताया गया कि मुख्य आरोपी रविन्द्र मनहर ने 6 माह पहले अपनी पत्नी को रायपुर भेज दिया था| जहाँ वह किराये के माकन में रहती थी, अभी माह भर पहले रविन्द्र रायपुर आकर रहने लगा था| इस दौरान जाली नोट छापे गये|
एसपी पारुल माथुर ने बताया कि ओडिशा पुलिस एक-दो दिनों में रायपुर आएगी| मामले को लेकर उनकी कोरापुट एसपी से बात हुई है|
बता दे पकडे जाने के बाद रविन्द्र मनहर ने छपाई में इस्तेमाल प्रिंटर को जला देने की बात कही थी| ओडिशा पुलिस को उम्मीद है कि इससे सम्बंधित अन्य जानकारियों के आधार पर मामले की तह तक पंहुचा जा सकेगा|
कल कोरापुट पुलिस ने छत्तीसगढ़ की कार से करीब 8 करोड़ के जाली नोट बरामद किये रायपुर से नकली नोट लेकर जा रहे कार सवार 3 युवक के जांजगीर चांपा निवासी होने की बात सामने आई थी| ये छग के रजिस्ट्रेशन नम्बर CG- 04 – LS- 0545 की फोर्ड फिगो कर में 04 सुटकेस में 5 सौ रूपये के जाली नोट लेकर विशाखापत्तनम की ओर जा रहे थे|
कोरापुट पुलिस ने इनका वाहन,05 मोबाइल कुछ डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ इनके आईडी प्रूफ के अलावा 35 हजार नगद भी जब्त किया था |