कोरोना के खिलाफ भाजपा का जंग इस तरह भी
पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है| सब इस महामारी के खात्मे की उम्मीद कर रहे हैं| भारत दूसरे चरण के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है| कोरोना से निपटने केंद्र की भाजपा नीत सरकार तमाम उपाय कर रही है|उसके मंत्री-सिपाही भी अपने तरह से जुटे है| एक डार्क चाकलेट खाने सलाह दे रहा तो कही कोई गोबर-गोमूत्र लेप स्नान में लगा , तो कहीं यज्ञ -हवन करवा रहा | एक तो जियो और जीने दो की बात कर रहे कि कोरोना को भी जीने का हक़ है|
पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है| सब इस महामारी के खात्मे की उम्मीद कर रहे हैं| भारत दूसरे चरण के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है| कोरोना से निपटने केंद्र की भाजपा नीत सरकार तमाम उपाय कर रही है|उसके मंत्री-सिपाही भी अपने तरह से जुटे है| एक डार्क चाकलेट खाने सलाह दे रहा तो कही कोई गोबर-गोमूत्र लेप स्नान में लगा , तो कहीं यज्ञ -हवन करवा रहा | एक तो जियो और जीने दो की बात कर रहे कि कोरोना को भी जीने का हक़ है|
इधर उसके स्वास्थ्य मंत्री डार्क चाकलेट खाने की सलाह दे रहे हैं तो मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की एक मंत्री हर सुबह यज्ञ करने की सलाह दे रही है कि इससे corona की तीसरी लहर नहीं आएगी|
एक से एक नगीने भरे पड़े हैं इस देश में. भाजपा सरकार के मंत्रियों को सुन कर लगता है कि जैसे देश नाहक दवा, हवा, टीका के बिना मर रहा है. pic.twitter.com/JXIldKZOwO
— Alok Putul (@thealokputul) May 11, 2021
वैसे इस पर भरोसा करने वाले भी कम नहीं हैं| एम पी में यज्ञ हो रहा या नहीं पर छत्तीसगढ़ में शुरू हो चुका है वह भी बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित आदिवासी इलाके में|
यहां के कांकेर जिले में कोरोना वायरस के नाश और रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के लिए भी यज्ञ-हवन किया गया| ग्राम पंचायत भानबेड़ा आयुर्वेदिक औषधालय में हुए इस हवन का वीडियो वायरल हो रहा है|
Bastar: कांकेर जिले में कोरोना वायरस के नाश के लिए हवन किया गया. रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के लिए भी हवन किया गया. ग्राम पंचायत भानबेड़ा आयुर्वेदिक औषधालय में हुए इस हवन का वीडियो वायरल हो रहा है. @TS_SinghDeo @thealokputul @riteshmishraht @gyanendrat1 @COVIDNewsByMIB pic.twitter.com/mCQe5dtUNL
— Bastar Junction (@BastarJunction) May 15, 2021
अब इधर गुजरात के अहमदबाद में गोबर–गोमूत्र लेप-स्नान हो रहा है| timesnow की खबर के मुताबिक श्रीस्वामीनारायण शुक्ल गुरुकुल विश्वविद्यालय प्रतिस्थानम में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गोबर थिरैपी इस्तेमाल में लाई जा रही है। कुछ लोगों ने पहले अपने शरीर पर गोबर का लेप किया और बाद में दूध से स्नान किया। लोगों का तर्क है इस तरह के उपाय से उन्हें राहत मिल रही है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इसके पीछे किसी तरह का आधार नहीं है।
इतना ही नहीं, जागरण की खबर के मुताबिक हरियाणा के भिवानी में अंतरराष्ट्रीय श्रीमहंत जूना अखाड़ा डा. अशोक गिरी के मार्गदर्शन में गोभक्तों ने बाबा जहर गिरी मंदिर परिसर में गोमूत्र और गोबर स्नान किया। यज्ञ भी हुआ| कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के विधायक घनश्याम सर्राफ़ थे|
इधर सब जब खात्मे में लगे हैं तब 2019 में, गाय एकमात्र ऐसा जानवर है जो ऑक्सीजन लेता और छोड़ता है का दावा कर चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि कोरोनोवायरस भी हमारे जैसा ही जीवित जीव है। हम (इंसान) खुद को सबसे बुद्धिमान मानते हैं, लेकिन यह जीव भी जीना चाहता है। और यह जीने का भी हकदार है।
एक समय जब पूरी दुनिया कोविड महामारी से छुटकारा पाने के लिए जद्दोजहद कर रही है, तो उसी बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री @tsrawatbjp ने कहा कि वायरस एक जीवित जीव है और यह जीवित रहने के योग्य है। #COVID19 pic.twitter.com/G2wSX6iDEl
— IANS Hindi (@IANSKhabar) May 14, 2021
रावत का कहना है कि, अगर दार्शनिक दृष्टिकोण से देखा जाए, तो कोरोनोवायरस भी हमारे जैसा ही जीवित जीव है। हम (इंसान) खुद को सबसे बुद्धिमान मानते हैं, लेकिन यह जीव भी जीना चाहता है। और यह जीने का भी हकदार है। इसलिए, हमें अब इससे अपनी दूरी बनाए रखनी है। यह भी बढ़ रहा है और हम भी आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन हमें इससे भी तेज चलना होगा ताकि यह पीछे छूट जाए।
रावत का यह वीडियो बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और ट्रोल हो रहे हैं| उनके बयान को न केवल ‘असंवेदनशील’ बताया जा रहा, बल्कि ‘मूर्खतापूर्ण’ करार दिया जा रहा है| विपक्षी नेता भी हमला करने से पीछे नहीं हो रहे| (deshdesk)