पटना के थाने में किन्नरों का जबरदस्त बवाल, बंगाली किन्नरों को बिहार से भगाने की मांग

राजधानी पटना में किन्नरों ने थाना पहुंचकर घंटों बवाल किया। किन्नरों के पहुंचते ही वहां अफरा तफरी की स्थिति बन गई। हंगामा कर रही किन्नरों का कहना था कि बांग्लादेश और कोलकाता से कुछ किन्नर यहां पहुंचकर उनका हक़ मार रहे हैं।

0 331

- Advertisement -

पटना| राजधानी पटना में किन्नरों ने थाना पहुंचकर घंटों बवाल किया। किन्नरों के पहुंचते ही वहां अफरा तफरी की स्थिति बन गई। हंगामा कर रही किन्नरों का कहना था कि बांग्लादेश और कोलकाता से कुछ किन्नर यहां पहुंचकर उनका हक़ मार रहे हैं। इतना ही नहीं बिहार की किन्नरों से वे मारपीट भी करते हैं।

यह पूरा मामला कोतवाली थाने का है। थाने में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब बड़ी संख्या में किन्नर पहुंच गई और हंगामा करने लगीं। वे थाने के अंदर और बाहर करीब दो घंटे तक जमी रहीं। हंगामा कर रही किन्नरों में बिहार, बांग्लादेश और बंगाल की किन्नर थीं। बिहार की किन्नरों का आरोप था कि बांग्लादेश और कोलकाता की कुछ किन्नर यहां आकर उनके अधिकार का अतिक्रमण कर रही हैं। बिहार की किन्नरों से मारपीट करती हैं।

- Advertisement -

मामले की जानकारी होने के बाद थानेदार सुनील सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों से लिखित आवेदन लिया। थानेदार ने कहा कि दोनों पक्षों को समझा कर शांत करा दिया गया है। पटना के रहने वाले एक किन्नर ने पुलिस को बताया कि उनकी एक नेता आलमगंज इलाके में रहती हैं। बांग्लादेश और कोलकाता की कुछ किन्नर उनके घर पहुंच गई और उनके साथ मारपीट की। उनके गले से सोने की चेन छीन ली।

इधर किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य सुमन मित्रा ने पुलिस से कहा कि बंगलादेश और कोलकाता से काफी संख्या में किन्नर पटना आ गई हैं। ये अपना दबदबा बनाना चाहती हैं। यहां की किन्नरों को अपने गुट में शामिल करना चाहती हैं। ऐसा नहीं करने वाली किन्नरों के साथ मारपीट करती हैं।

थाने में करीब दो घंटे तक दोनों गुट की किन्नरें जमी रहीं। दोनों गुट एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। कोलकाता की किन्नरों का आरोप था कि उन लोगों को यहां की किन्नरें काम नहीं करने देती हैं। दोनों पुलिस की बात मानने को तैयार नहीं थीं। आखिर में थानेदार ने दोनों पक्षों को समझाया और आवेदन लिया तब जाकर मामला शांत हुआ। थानेदार ने कहा कि एफआईआर नहीं हुई है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.