मानसून 1 जून को केरल से टकरायेगा, अच्छी बारिश के आसार

मौसम विभाग  के मुताबिक इस साल मानसून निर्धारित समय पर 1 जून को केरल से टकरा जाएगा और देश के कई राज्यों में अच्छी बारिश होने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग के मुतापिक मानसून अपने निर्धारित समय से केरल के तटीय क्षेत्र तक पहुंचेगा और किसानों के लिए आगामी फसल वर्ष के शानदार फसल उत्पादन होने की उम्मीद है।

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नई दिल्ली|  मौसम विभाग  के मुताबिक इस साल मानसून निर्धारित समय पर 1 जून को केरल से टकरा जाएगा और देश के कई राज्यों में अच्छी बारिश होने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग के मुतापिक मानसून अपने निर्धारित समय से केरल के तटीय क्षेत्र तक पहुंचेगा और किसानों के लिए आगामी फसल वर्ष के शानदार फसल उत्पादन होने की उम्मीद है।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. राजीवन ने बताया कि मानसून की  हवाएं उसी के अनुरूप चल रही हैं। मौसम विभाग अब 15 मई को मानसूनी हवाओं की चाल, बादलों में जल की मात्रा और देश के किन हिस्सों में कितनी बारिश होगी इसको लेकर एक रिपोर्ट जारी करेगा।

मौसम विज्ञानियों के पूर्वानुमान के अनुसार चालू सीजन में देश के 75 फीसद भूभाग में बारिश करने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून इस वर्ष पूरी तरह सामान्य रहेगा। ऐसे में यह उम्मीद जताई जा रही है कि देश के 75 फीसद हिस्से में जून से लेकर सितंबर के बीच अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विज्ञानियों ने अनुमान जताया है कि जून से सितंबर के बीच सक्रिय रहने वाले मानसून सीजन में कुल 103 फीसद बारिश हो सकती है।

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मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी क्षेत्र के मैदानी भागों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में पूरे सीजन में कम बारिश की आशंका है, वहीं पूर्वी राज्यों बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में औसत से अधिक बरसात होने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग के मुतापिक प्रशांत महासागर में बीते साल से ही ला नीना की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में अच्छी बारिश होने की संभावना ज्यादा होती है। साथ ही इस बार पूरे मानसूज सीजन में अल नीनो प्रभाव के संकेत भी नहीं मिल रहे हैं। महासागरों में होने वाली गतिविधियों का कोई दुष्प्रभाव मानसून की चाल पर नहीं पड़ेगा।

इधर निजी मौसम कंपनी स्काईमेट ने अनुमान जताया है कि जुलाई माह में 15 फीसद तक सामान्य से कम बारिश हो सकती है। इस महीने में 285 मिमी के मुकाबले 277 मिमी बारिश होने का अनुमान है। अगस्त महीने में होने वाली सामान्य बारिश 258 के मुकाबले 256 मिली होगी।

सितंबर में व्यापक रूप से चौतरफा और सामान्य से अधिक बरसात होने का अनुमान है। स्काईमेट ने देश के पश्चिमी छोर में औसत से कम बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। साथ ही हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जुलाई व अगस्त में भले ही कुछ बारिश होने की संभावना जताई है। लेकिन सितंबर में लौटता हुआ मानसून अत्यधिक बारिश कर सकता है। इस बार मानसून की विदाई देर से होने का अनुमान है।

 

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