गाजियाबाद: भव्य शादियों के दौर में एक सादगी भरी अनोखी शादी ने सुर्खियां बटोरी हैं. जहां आमतौर पर दूल्हे हेलीकॉप्टर या लग्जरी कारों में विदा होते हैं, वहीं इस शादी में दूल्हे ने बैलगाड़ी से विदा होकर मिसाल कायम की. खास बात यह रही कि दूल्हे के परिवार ने दहेज के रूप में नकद या कीमती सामान लेने के बजाय 11,000 पौधे स्वीकार किए.
यह अनूठी शादी गाजियाबाद के रईसपुर गांव के पर्यावरण प्रेमी सुरविंदर किसान की थी. शादी में सात फेरों के बजाय दस संकल्प लिए गए, जिसमें समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी शामिल रही. उनकी शादी का आमंत्रण सोशल मीडिया पर काफी चर्चित रहा और इसे सादगी, स्थिरता और सामाजिक बदलाव का संदेश देने के लिए आयोजित किया गया था.
पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सुरविंदर और उनके परिवार ने पारंपरिक दहेज लेने से इनकार कर सिर्फ पौधों को ही उपहार में लिया. इस अनोखी पहल को लोगों ने पर्यावरण बचाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया.
दूल्हे ने समाज को फिजूलखर्ची से बचने और सादगीपूर्ण शादी करने का संदेश दिया. उनका मानना है कि इस तरह के प्रयास सामाजिक बदलाव लाने और नई पीढ़ी को प्रेरित करने में मददगार साबित होंगे.
इस शादी में कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां भी शामिल हुईं, जिनमें पूर्व बीजेपी मेयर आशु वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता ऋचा सूद और कांग्रेस नेता डॉली शर्मा भी मौजूद थीं. उनकी उपस्थिति ने इस शादी को और खास बना दिया, जिसे एक क्रांतिकारी पहल के रूप में देखा जा रहा है.