कर्नाटक: एक बार फिर सदन में अश्लील संदेश देखते हुए पकड़े गए
बेंगलुरु | कर्नाटक में एक बार फिर सदन की गरिमा कलंकित हुई, सदन में अश्लील संदेश देखते हुए एक सदस्य पकड़े गए| कर्नाटक में विधान परिषद के कांग्रेस सदस्य प्रकाश राठौड़ शुक्रवार को यहां चल रहे सात दिवसीय विधान परिषद सत्र में अश्लील संदेश देखते हुए पकड़े गए।
बता दें इसके पहले सन २०१२ में कर्नाटक विधानसभा में अश्लील वीडियो देखते कर्नाटक भाजपा सरकार के तीन मंत्रियों को देखा गया था| फुटेज में राज्य विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मंत्रियों को मोबाइल फोन पर कथित तौर पर अश्लील वीडियो देखते हुए दिखाया गया था।
इन तीन मंत्रियों सीसी पाटिल, लक्ष्मण सावदी और कृष्णा पालेमार को इस्तीफा देना पड़ा था|
अश्लील वीडियो देखने के मामले में मंत्री की कुर्सी गंवाने के बाद लक्ष्मण सावदी ने तो अपने चुनाव क्षेत्र अठनी की बिजली काटने के आदेश दे डाले थे यह मिडिया की सुर्ख़ियों में रहा था|
इस घटना के माह भर बाद मार्च २०१२ में गुजरात विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के दो सदस्य के एक आई-पैड पर अश्लील तस्वीरें और वीडियो देखे जाने की घटना सामने आई थी|
वहीँ दिसम्बर २०१५ में ओडिशा विधानसभा में इस तरह का मामला सामने आया था| विधानसभा सत्र में सदन के भीतर मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखने का आरोप कांग्रेस विधायक नवकिशोर दास पर लगा था।
ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष निरंजन पुजारी ने दास को इसके लिए सदन से सात दिनों के लिए निलंबित कर दिया था|
बाद में मिडिया को सफाई देते दास ने कहा था कि , ‘अपने सोशल मीडिया पृष्ठ को खोलने की कोशिश में गलती से मुझसे यूट्यूब खुल गया और उसी दौरान यह कैमरे में कैद हो गया।
बता दें विदेशों में भी इस तरह की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं | अभी साल भर पहले २०२० में थाईलैंड की संसद में भी इस तरह का नजारा सामने आया था| बजट पर चर्चा होनी वाली थी और सभी सांसद बजट के दस्तावेजों को देख रहे थे।
इस दौरान सांसद रोन्नाथेप अनुवत फोन पर व्यस्त थे। प्रेस गैलरी में बैठे पत्रकारों ने उनकी तस्वीर ले ली। इसके बाद पत्रकारों ने जूम करके देखा तो पता चला कि वह महिलाओं की नंगी तस्वीरें देख रहे हैं।
बाद में संसद ने सफाई दी की किसी ने मदद मांगने के लिए यह तस्वीर भेजी थी जिसे वे देख रहे थे|