मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई ने इस साल मई में 107 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, रविवार, 25 मई 2025 को शहर में मानसून ने दस्तक दी, जो पिछले 25 वर्षों में सबसे जल्दी आगमन है. इस दौरान भारी बारिश ने मुंबई और आसपास के इलाकों को तरबतर कर दिया, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ.
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, मई 2025 में मुंबई में अब तक 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई, जो 1918 में स्थापित पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया. इस असामान्य मौसमी घटना ने शहर में जलभराव, यातायात जाम और रेल सेवाओं में व्यवधान जैसी समस्याएं पैदा कीं. कोलाबा और सांताक्रूज़ मौसम केंद्रों ने बताया कि 24 घंटों में क्रमशः 80 मिमी और 95 मिमी बारिश हुई, जो मई के लिए असाधारण है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल मानसून की जल्दी शुरुआत के पीछे बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र और अरब सागर में अनुकूल हवाओं का मेल है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों तक मुंबई और कोंकण क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है. नागरिकों को सतर्क रहने और निचले इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बारिश के प्रभाव को कम करने के लिए नालों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था को तेज कर दिया है. बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया, “हमने मानसून से पहले व्यापक तैयारी की थी, लेकिन इस बार अप्रत्याशित बारिश की मात्रा ने चुनौतियां बढ़ा दी हैं.” प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया है और लोगों से गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है.
स्थानीय निवासियों ने इस जल्दी मानसून को मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. जहां कुछ लोग गर्मी से राहत पाकर खुश हैं, वहीं कई ने जलभराव और यातायात की समस्याओं पर चिंता जताई. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है.
इस ऐतिहासिक मौसमी घटना ने मुंबई की तैयारियों को परखने का मौका दिया है, साथ ही जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर भी चर्चा छेड़ दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी असामान्य मौसमी गतिविधियां भविष्य में और बढ़ सकती हैं, जिसके लिए दीर्घकालिक योजना की जरूरत है.