जरूरतमंद एससी-एसटी छात्रों को डिग्री कोर्स की पढ़ाई के लिए 50 हजार रुपये देगी ओडिशा सरकार

ओडिशा सरकार ने इस वर्ष से राज्य के किसी भी सरकारी संस्थान में सामान्य डिग्री पाठ्यक्रम करने वाले वंचित पृष्ठभूमि के जरूरतमंद एसटी/एससी छात्रों को 50,000 रुपये की एकमुश्त वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है।

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भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने इस वर्ष से राज्य के किसी भी सरकारी संस्थान में सामान्य डिग्री पाठ्यक्रम करने वाले वंचित पृष्ठभूमि के जरूरतमंद एसटी/एससी छात्रों को 50,000 रुपये की एकमुश्त वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को यहां जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि मेरी सरकार सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार करने और हमारे आदिवासी समुदायों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निरंतर हस्तक्षेप कर रही है। शिक्षा, आजीविका और उनके अधिकारों की सुरक्षा हमारा फोकस क्षेत्र रहा है।  पटनायक ने कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासी लोगों को शामिल कर आदिवासी संस्कृति और परंपराओं, विरासत व पहचान के प्रचार तथा संरक्षण के लिए विशेष विकास परिषद (एसडीसी) की स्थापना की है।

इस साल इस कार्यक्रम को 23 जिलों के 172 ब्लॉकों तक विस्तारित किया गया है, जिसमें 84 लाख से अधिक आदिवासी लोग शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा सामाजिक-आर्थिक उत्थान की कुंजी है। ओडिशा आदिवासी छात्रों को आवासीय सुविधाएं प्रदान करने में अग्रणी राज्यों में से एक है। एससी, एसटी विकास विभाग के तहत कार्यरत 1735 स्कूलों में 4.2 लाख घरों के 6 लाख से अधिक छात्रों के लिए छात्रावास की सुविधा उपलब्ध है। पिछले 20 वर्षों में विभाग के अंतर्गत हाई स्कूलों की संख्या 215 से बढ़कर लगभग दोगुनी 422 हो गई है। इसी प्रकार 62 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोले गए हैं। वन अधिकार अधिनियम के कार्यान्वयन में ओडिशा को अग्रणी राज्य माना जाता है।

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राज्य ने सभी पात्र एसटी वनवासियों को वन भूमि पर कब्जा करने और रहने का अधिकार सुनिश्चित करने के लिए एक नई योजना ‘मो जंगल जमी योजना’ शुरू की है। उन्होंने कहा कि इससे वन भूमि पर सामुदायिक अधिकारों की मान्यता सुनिश्चित होगी।

इसके अलावा, सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने अपनी स्वयं की वित्त पोषित योजना-मुख्यमंत्री जीविका मिशन शुरू की है, जो सबसे बड़ी विशिष्ट आदिवासी आजीविका संवर्धन पहलों में से एक है। 500 करोड़ रुपये के बजट आवंटन के साथ, यह योजना 2022-23 से 2025-26 तक तीन साल की अवधि में राज्य के 121 आदिवासी उप-योजना (टीएसपी) ब्लॉकों में 1.5 लाख आदिवासी परिवारों को सहायता प्रदान करेगी।

उन्होंने बताया कि राज्य ने 2024-25 से 7 साल की अवधि के लिए नए अधिसूचित 1,138 पीवीटीजी गांवों में कार्यान्वयन के लिए ओडिशा पीवीटीजी सशक्तिकरण और आजीविका सुधार कार्यक्रम के विस्तार के लिए केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।

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