प्रदेश में बढ़ रही आत्महत्या की घटनाओं ने विपक्ष ने बीजद सरकार पर साधा निशाना

मेगा चिट-फंड घोटाले से कई परिवारों के सपने टूटने के बाद अब ओडिशा में माइक्रो-फाइनेंस कंपनियों द्वारा कथित शोषण और उत्पीड़न के कारण कीमती जानें जा रही हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में माइक्रो-फाइनेंस कंपनियों द्वारा इस तरह के कथित शोषण को लेकर पिछले एक सप्ताह में पांच लोगों द्वारा अपनी जीवन लीला समाप्त करने के बाद अब ऐसी चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं।

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भुवनेश्वर। मेगा चिट-फंड घोटाले से कई परिवारों के सपने टूटने के बाद अब ओडिशा में माइक्रो-फाइनेंस कंपनियों द्वारा कथित शोषण और उत्पीड़न के कारण कीमती जानें जा रही हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में माइक्रो-फाइनेंस कंपनियों द्वारा इस तरह के कथित शोषण को लेकर पिछले एक सप्ताह में पांच लोगों द्वारा अपनी जीवन लीला समाप्त करने के बाद अब ऐसी चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं।

जानकार सूत्रों ने बताया कि लोगों की तकलीफ़ बढ़ाने वाली बात यह है कि कंपनियां 30 प्रतिशत ब्याज दर पर जबरन ऋण वसूल रही हैं। चूंकि माइक्रो-फाइनेंसिंग कंपनियां अब राज्य भर में तेजी से बढ़ रही हैं, विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि ऐसा व्यवसाय राज्य सरकार के संरक्षण में चल रहा है।

 हाल ही में, पुरी जिले के कणास ब्लॉक के अंतर्गत अनलाजोडी गांव में एक बुजुर्ग जोड़े ने माइक्रो-फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर यातना और उत्पीड़न के बाद अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक बनंबर ने एक निजी कंपनी से कर्ज लिया था और उसे पूरे दिन परेशान किया जाता था। बाद में, बनंबर और उसकी पत्नी ने एक साथ अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

 इसी तरह बोलांगीर जिले के ओडियापाली गांव के एक युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। वजह वही थी। मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि उसने कर्ज लिया था और उसे परेशान किया जा रहा था।

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 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि वित्तीय कंपनियों द्वारा उत्पीड़न और शोषण के कारण आत्महत्याओं में इस तरह की वृद्धि चिटफंड घोटाले की अवधि के दौरान हुई घटनाओं की पुनरावृत्ति मात्र है। भाजपा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और माइक्रोफाइनेंस कंपनियां अब लोगों का शोषण करने में भागीदार हैं। पार्टी ने सवाल किया है कि किसके संरक्षण में ऐसी कंपनियां आरबीआई द्वारा अनुमोदित ब्याज दरों से कहीं अधिक ब्याज दरों पर पैसा इकट्ठा कर रही हैं।

राज्य भाजपा महासचिव लेखाश्री सामंतसिंहार ने आरोप लगाया कि “बीजद नेताओं सहित नवीन पटनायक के लोग ऐसी निजी कंपनियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। कंपनियां उन लोगों के घरों में गुंडों को भेज रही हैं जिन्होंने उनसे ऋण लिया है और उन्हें परेशान कर रहे हैं।

दूसरी ओर, ओडिशा कांग्रेस इकाई ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के नाम पर एसएचजी महिलाओं का शोषण कर रही है। कांग्रेस नेता गणेश्वर बेहरा ने कहा कि लोग ऋण चुकाने में असमर्थ हैं क्योंकि ब्याज दर बहुत अधिक है और वे अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। राज्य सरकार ऐसे मुद्दों की उपेक्षा कर रही है।

इधर, आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजू जनता दल (बीजेडी) ने कहा कि आत्महत्याएं पारिवारिक कलह के कारण हो रही हैं और विपक्ष अनावश्यक राजनीति कर रहा है। बीजद विधायक उमा सामंतराय ने कहा कि उन्होंने कहा कि लोन का कोई मामला नहीं है, बल्कि यह पारिवारिक कलह के कारण है। भाजपा अब राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए इसे ऋण के बोझ का रूप दे रही है।

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