अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को तत्काल कम करने की अपील की है. व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी, जब दोनों परमाणु-संपन्न पड़ोसी देशों के बीच सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है.
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि “यह तनाव यथाशीघ्र समाप्त हो.” उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो दोनों देशों के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं.
अमेरिका ने सैन्य हस्तक्षेप से किया इनकार
गुरुवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने किसी भी प्रत्यक्ष सैन्य हस्तक्षेप से इनकार करते हुए कहा कि यह संघर्ष “अमेरिका का मसला नहीं है.” फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में वेंस ने जोर देकर कहा कि अमेरिका कूटनीति के माध्यम से तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित करेगा, लेकिन सैन्य रूप से इसमें शामिल नहीं होगा.
वेंस ने कहा, “हम इन देशों को तनाव कम करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, लेकिन हम किसी ऐसे युद्ध में नहीं उलझेंगे जो मूल रूप से हमारा नहीं है और जिसका अमेरिका की नियंत्रण क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है.”
क्षेत्रीय युद्ध की आशंका
वेंस ने अमेरिकी प्रभाव की सीमाओं को स्वीकार करते हुए कहा, “अमेरिका भारत या पाकिस्तान को हथियार डालने का आदेश नहीं दे सकता. इसलिए हम कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से इस मुद्दे को आगे बढ़ाएंगे.” उन्होंने इस संघर्ष के व्यापक क्षेत्रीय युद्ध या परमाणु संघर्ष में बदलने की आशंका पर चिंता जताई, लेकिन कहा, “हमें अभी ऐसा होने की संभावना नहीं दिखती.”
व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया कि अमेरिका की प्राथमिकता कूटनीतिक समाधान है और वह दोनों देशों को संयम बरतने के लिए प्रोत्साहित करेगा.