IMD ने कहा, दक्षिण पश्चिम मानसून कई तटीय राज्यों में आगे बढ़ा 

IMD  (भारत मौसम विज्ञान विभाग)  के मुताबिक  कि दो दिन पहले केरल में आया दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य अरब सागर और देश के कई तटीय राज्यों में आगे बढ़ गया है। IMD के मुताबिक  कि श्रीलंका और उससे सटे कोमोरिन क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर से 4.5 किलोमीटर के बीच चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 

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नई दिल्ली | IMD  (भारत मौसम विज्ञान विभाग)  के मुताबिक  कि दो दिन पहले केरल में आया दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य अरब सागर और देश के कई तटीय राज्यों में आगे बढ़ गया है। IMD के मुताबिक  कि श्रीलंका और उससे सटे कोमोरिन क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर से 4.5 किलोमीटर के बीच चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

IMDने अपने एक बयान में कहा, शनिवार को पूरे तटीय कर्नाटक और गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों, बंगाल की उत्तरपूर्वी खाड़ी और कुछ हिस्सों में मानसून का विस्तार हुआ है।

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मिडिया रिपोर्ट में  IMD का हवाला दे बताया गया है कि , दक्षिण-पश्चिमी मानसून के अगले 24 घंटों के दौरान मध्य अरब सागर और अन्य क्षेत्रों में और आगे बढ़ने की संभावना है, क्योंकि मानसून की उत्तरी सीमा 17 डिग्री उत्तर और देशांतर अक्षांश से 60 डिग्री पूर्व से होकर गुजरी है।

रिपोर्ट के मुताबिक  एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पंजाब और उससे सटे हरियाणा के ऊपर समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर भी बना हुआ है, जो औसत समुद्री स्तर से 2.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।

इसी तरह का सर्कुलेशन कर्नाटक और गोवा तटों से दूर पूर्व-मध्य अरब सागर में बना हुआ है, जो कि औसत समुद्र तल से 4.5 किमी तक फैला हुआ है।

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