विदेशी पर्यटकों की संख्या घटी, विधायक बोले – इडली-सांभर की बिक्री भी कारण
उत्तर गोवा के कैंडोलिम में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान लोबो ने कहा कि पर्यटकों की कमी के लिए केवल सरकार को दोष देना उचित नहीं होगा, बल्कि सभी हितधारकों को भी इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी.
कैंडोलिम | बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने गुरुवार को गोवा में घटती अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या को लेकर चिंता जताई. उन्होंने दावा किया कि बीच शैक्स में इडली-सांभर जैसी डिशेज की बिक्री से विदेशी सैलानियों की आमद में गिरावट आई है.
उत्तर गोवा के कैंडोलिम में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान लोबो ने कहा कि पर्यटकों की कमी के लिए केवल सरकार को दोष देना उचित नहीं होगा, बल्कि सभी हितधारकों को भी इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी.
उन्होंने अफसोस जताया कि गोवा के स्थानीय लोगों ने अपने बीच शैक्स को अन्य राज्यों के व्यवसायियों को किराये पर दे दिया है. उन्होंने कहा, “कुछ लोग बेंगलुरु से आकर इन शैक्स में वड़ा पाव बेच रहे हैं, कुछ इडली-सांभर की बिक्री कर रहे हैं. यही वजह है कि पिछले दो वर्षों से गोवा में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में गिरावट देखी जा रही है.”
हालांकि, विधायक ने यह स्पष्ट नहीं किया कि दक्षिण भारतीय नाश्ते की बिक्री से गोवा के पर्यटन पर नकारात्मक प्रभाव कैसे पड़ रहा है.
विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट पर जताई चिंता
लोबो ने कहा कि राज्य के समुद्री तटों, चाहे उत्तर गोवा हो या दक्षिण गोवा, दोनों जगहों पर विदेशी पर्यटकों की आमद में भारी गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग से जुड़े सभी लोगों को इस समस्या की जिम्मेदारी लेनी होगी और इसका समाधान निकालना होगा.
उन्होंने यह भी कहा कि हर साल कुछ विदेशी सैलानी गोवा आते हैं, लेकिन युवा विदेशी पर्यटक अब गोवा से दूर जा रहे हैं.
रूसी और यूक्रेनी पर्यटकों की कमी भी बड़ी वजह
बीजेपी विधायक ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भी गोवा में रूसी और यूक्रेनी पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है. “सोवियत संघ से जुड़े देशों के पर्यटक अब गोवा आना बंद कर चुके हैं,” उन्होंने कहा.
पर्यटन को लेकर दी चेतावनी
लोबो ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े प्रमुख मुद्दों को हल करने की जरूरत पर जोर दिया, जिसमें कैब एग्रीगेटर्स और स्थानीय टैक्सी ऑपरेटरों के बीच जारी मतभेद भी शामिल हैं.
उन्होंने चेतावनी दी, “अगर हमने पर्यटन व्यवस्था को सही ढंग से नहीं संभाला, तो आने वाले दिनों में गोवा के पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ सकता है.”
गोवा में घटते विदेशी पर्यटकों की संख्या को लेकर चिंता जाहिर करते हुए लोबो ने पर्यटन विभाग और अन्य हितधारकों से इस पर विस्तृत अध्ययन करने और समाधान निकालने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो राज्य के पर्यटन उद्योग को गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है.