बिलासपुर की नवनिर्वाचित मेयर पूजा विधानी ने शपथ ग्रहण के दौरान की बड़ी चूक, दोबारा लेना पड़ा शपथ
यह घटना शुक्रवार को मुंगेली नाका मैदान में हुए समारोह के दौरान हुई, जहां छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय मंत्री तोखन साहू सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ बिलासपुर की नवनिर्वाचित महापौर और छत्तीसगढ़ भाजपा की स्थानीय नेता पूजा विधानी अपने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बड़ी गलती कर बैठीं. उन्होंने “संप्रभुता” (sovereignty) के स्थान पर “सांप्रदायिकता” (communalism) शब्द का इस्तेमाल कर दिया, जिससे समारोह में अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई.
गलती के कारण दोबारा लेना पड़ा शपथ
यह घटना शुक्रवार को मुंगेली नाका मैदान में हुए समारोह के दौरान हुई, जहां छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय मंत्री तोखन साहू सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. शपथ ग्रहण का संचालन कर रहे बिलासपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण को इस गलती पर तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा और विधानी को शपथ दोबारा दिलवाई गई.
शपथ लेते समय विधानी ने कहा, “मैं भारत की सांप्रदायिकता तथा अखंडता अक्षुण्ण रखूंगी,” जिस पर कलेक्टर ने तुरंत सुधार करवाया, क्योंकि इस कथन में ‘संप्रभुता’ की जगह ‘सांप्रदायिकता’ का उपयोग कर दिया गया था.
छत्तीसगढ़ के दूसरे सबसे बड़े शहर बिलासपुर की भाजपा की नवनिर्वाचित महापौर को फिर से शपथ लेनी पड़ी.
असल में उन्होंने संप्रभुता को अक्षुण्ण रखने के बजाय सांप्रदायिकता को अक्षुण्ण बनाये रखने की शपथ ले ली थी. pic.twitter.com/CavAVOJYdJ
— Alok Putul (@thealokputul) February 28, 2025
सोशल मीडिया पर हुई आलोचना
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि “उनके चश्मे की वजह से sovereignty और communalism में फर्क नहीं कर पाईं.” वहीं, एक अन्य ने व्यंग्य करते हुए कहा, “उन्होंने वही कहा जो उनके दिल में है.”
कुछ यूजर्स ने यहां तक सवाल उठाए कि क्या यह वाकई में महापौर का अजेंडा है या फिर यह सिर्फ एक चूक थी.
भाजपा की शानदार जीत
इस घटना के बावजूद, हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा ने जबरदस्त जीत हासिल की. राज्य में 49 नगर परिषद अध्यक्ष पदों में से भाजपा ने 35 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को आठ, आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और निर्दलीय उम्मीदवारों को पांच सीटें मिलीं.
इसके अलावा, भाजपा ने 114 नगर पंचायतों में से 81 पर कब्जा जमाया, जबकि कांग्रेस को 22, बहुजन समाज पार्टी (BSP) को एक और निर्दलीयों को 10 सीटें मिलीं.
वार्ड पार्षदों की कुल 3,200 सीटों में से भाजपा को 1,868, कांग्रेस को 952 और अन्य दलों व निर्दलीय उम्मीदवारों को 380 सीटें मिलीं.
भाजपा की इस भारी जीत के बीच महापौर पूजा विधानी की शपथ ग्रहण में हुई गलती चर्चा का विषय बनी हुई है.