पिथौरा पोटापारा में दलित महिला के नाम पर काम्प्लेक्स निर्माण, नाराज ग्रामीणों ने ढहाया: देखें video

महासमुंद जिले के पिथौरा तहसील  के ग्राम पंचायत परसापाली के आश्रित ग्राम पोटापारा में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दलित महिला के नाम पर काम्प्लेक्स निर्माण बंद नहीं करने से नाराज ग्रामीणों ने उक्त अवैध निर्माण को ढहा दिया | इस निर्माण पर तहसीलदार द्वारा स्थगन आदेश दिया गया है | जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीण शांत हुए |

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पिथौरा|  महासमुंद जिले के पिथौरा तहसील  के ग्राम पंचायत परसापाली के आश्रित ग्राम पोटापारा में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दलित महिला के नाम पर काम्प्लेक्स निर्माण बंद नहीं करने से नाराज ग्रामीणों ने उक्त अवैध निर्माण को ढहा दिया | इस निर्माण पर तहसीलदार द्वारा स्थगन आदेश दिया गया है | जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीण शांत हुए |

ग्राम पंचायत परसापाली के आश्रित ग्राम पोटापारा में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा तहसीलदार के स्थगन का उल्लंघन के बाद भी काम्प्लेक्स निर्माण बन्द नहीं करने से गुस्साए पोटापारा के कोई 800 से अधिक ग्रामीणों ने स्वयम ही अवैध निर्माण को तोड़ दिया।

करीब  2 घण्टे तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद भी क्षेत्र के कोई भी प्रशासनिक अधिकारी एवम पुलिस बल नहीं  पहुंचा |  इधर जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल महासमुन्द ने  वहां पंचायत के लिए शॉपिंग काम्प्लेक्स बनवाने की घोषणा कर दी जिससे ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।

ग्राम पोटापारा के ग्रामीणों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पोटापरा ग्राम की सरकारी भूमि पर पूर्व में मुढ़ीपार निवासी जमुना बाई के नाम से कुछ अज्ञात लोग कब्जा कर शॉपिंग काम्प्लेक्स बना रहे थे।

जिसकी शिकायत स्थानीय विधायक सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों से की गई थी। जिस पर तहसीलदार द्वारा स्थगन आदेश दिनांक 25.02.2022 को दिया गया।

स्थगन आदेश के विपरीत जमुना पति आमिकराम, जाति-गांड़ा ग्राम- मुढ़ीपार द्वारा यह निर्माण कार्य किया जा रहा था इसलिए हम ग्राम पोटापारा, ग्रा.पं. परसापाली के समस्त ग्रामवासियों पंच सरपंच जनप्रतिनीधि स्थगन आदेश के विरोध करने के कारण एक हुए |

ग्रामीणों के अनुसार प्रशासन को इस पूरे मामले की जानकारी देने के बाद भी प्रशासन पूरी तरह मौन रहा|

कल शनिवार और आज रविवार अवकाश का फायदा उठाते हुए सरकारी जमीन पर भवन काम्प्लेक्स का निर्माण प्रारम्भ करने एवम प्रशासन की उदासीनता से गुस्साए ग्रामीण महिला बच्चों सहित कोई 800 की संख्या में निर्माण स्थल पहुँच गए। नाराज  ग्रामीणों ने अज्ञात लोगों द्वारा बनाया गया एक कक्ष भी तोड़ कर धराशायी कर दिया | बीम कॉलम को हटाने के लिए 2 दिन का समय प्रशासन को दिया गया है।

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दलित  जमुना बाई अति गरीब

ग्रामीण रंनसाय ठाकुर , मनीकुमार पटेल,दाऊलाल साहू,माखन ठाकुर , कमलेश्वरी साहू,एवम हेमकुमारी ने इस प्रतिनिधि को बताया कि उक्त सरकारी जमीन पर जमुना बाई व्यवसायिक परिसर बनाने में सक्षम नहीं  है। इस दलित महिला  के नाम से क्षेत्र के भू माफिया कब्जा कर जमीन हड़पना चाहते हैं ।इसलिए पूरे मामले के पीछे जिसका भी हाथ हो उस पर ग्रामीण प्रशासन से कार्यवाही की मांग करेंगे।

व्यवसायिक परिसर- 15 लाख स्वीकृत—उषा पटेल

इधर अपने महासमुन्द दौरे पर निकली जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल ने पोटापारा के पास ग्रामीणों की भीड़ देख कर उनसे चर्चा की। चर्चा के बाद उन्होंने भी अज्ञात लोगों का सरकारी भूमि पर कब्जे को गलत बताते हुए पंचायतों में व्यवसायिकक परिसर बनाने की योजना के तहत मौके पर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे की उक्त जमीन पर व्यवसायिक काम्प्लेक्स बनाने के लिए 15 लाख रुपये स्वीकृत करने की घोषणा कर ग्रामीणों के गुस्से को शांत करवाया।

बहरहाल, क्षेत्र की बची शासकीय भूमि पर अभी भी भू माफियाओं की नजर है | भू माफिया नए नये तरीके अपनाने लगे हैं जिससे   भविष्य में सरकारी कार्य के लिए भी भूमि मिलना दूभर  हो जाएगा।

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा की रिपोर्ट

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