दिन रात सुलग रहे अवैध ईंट भट्ठे तप रहे पिथौरा के लोग

महासमुंद जिले के पिथौरा नगर के आसपास कोई दर्जन भर से अधिक ईंट भट्ठों के दिन रात सुलगने से प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ आम लोग गर्मी से खासे परेशान है।

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पिथौरा| महासमुंद जिले के पिथौरा नगर के आसपास कोई दर्जन भर से अधिक ईंट भट्ठों के दिन रात सुलगने से प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ आम लोग गर्मी से खासे परेशान है।

ज्ञात हो कि महासंमुन्द जिले के पिथौरा एवम बागबाहरा विकासखण्ड में एक भी ईंट भट्ठा शासन की अनुमति से संचालित नही है।इसके बावजूद लगातार नगर के आसपास दर्जनों भट्ठे बगैर सरकारी अनुमति के ही खुलेआम चल रहे है।खनिज अधिकारी के अनुसार कलेक्टर के आदेश से इन इन भट्ठों पर कार्यवाही की जाती है।

क्षेत्र में लाल ईंट का कारोबार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।खनिज विभाग द्वारा इन ईंट भट्ठों को कभी भी बन्द करने का प्रयास भी नहीं किया गया लिहाजा अब खनिज माफिया आसानी से नगर के असपास ईंट भट्ठा लगाकर लाल ईंट पका रहे है और इसे बेच कर मोटी कमाई भी कर रहे है।ऐसा नहीं है कि इस अवैध कार्य की जानकारी प्रशासन को नहीं है।प्रशानिक अफसर प्रतिदिन जिस मार्ग पर भी जाते है उसी मुख्य मार्ग पर ही लकड़ी एवम कोयले से लगे ईंट भट्ठे आसानी से दिखाई दे जाते है।

चिमनी भट्ठा या सीमेंट ईंट ही वैध
विभागीय सूत्रों के अनुसार प्रदेश में आम लोगो के स्वास्थ्य को देखते हुए प्रदूषण से बचाने अब शासन के खनिज विभाग द्वारा ईंट भट्ठा लगाने हेतु बकायदा अनुमति दी जाती है।अब ये अनुमति काली (सीमेंट) ईंट या चिमनी भट्ठे को ही दी जाती है।खुले में लाल ईंट पकाना पूर्णतः प्रतिबंधित है।इसके बावजूद खनिज अफसरों के सामने ही क्षेत्र में दर्जनों अवैध लाल ईंट भट्ठे संचालित है।

लाल ईंट पर कार्यवाही की जाती है–भारद्वाज

इधर जिला खनिज अधिकारी महासंमुन्द एच डी भारद्वाज ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि जिले के बागबाहरा एवम पिथौरा में एक भी ईंट भट्ठा संचालन करने की लायसेंस एवम अनुमति नही है।अब आपलोग बता रहे है तब एक टीम गठित कर जांच कराई जाएगी।कलेक्टर के निर्देश पर भी लाल ईंट के निर्माण पर कार्यवाही की जाती है।

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा 

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