टूलकिट मामले में एक्टिविस्ट दिशा रवि बेंगलुरु से गिरफ्तार

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बेंगलुरु |दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने किसानों के विरोध से संबंधित ‘टूलकिट’ साझा करने के आरोप में 21 वर्षीय जलवायु एक्टिविस्ट दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। दिशा ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ कैम्पेन के संस्थापकों में से एक है और उन्होंने कथित रूप से टूलकिट को संपादित किया और इसे सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड किया। उसे शनिवार को बेंगलुरु के सोलादेवनहल्ली इलाके में उसके घर से पकड़ा गया।

दिल्ली पुलिस ने टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए, 120-ए और 153-ए के तहत राजद्रोह, आपराधिक षड्यंत्र और समूहों के बीच घृणा को बढ़ावा देने के आरोप में 4 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी। टूलकिट को क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी साझा किया था।

पुलिस के अनुसार, 26 जनवरी के आसपास किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई घटनाओं, जिसमें लाल किले के पास हिंसा भी शामिल है, इन सबका टूलकिट में विस्तृत रूप से ‘एक्शन प्लान’ के तौर पर जिक्र है।

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पुलिस ने कहा कि इसे बनाने वालों की मंशा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों के बीच असहमति पैदा करने और केंद्र सरकार के खिलाफ असहमति को प्रोत्साहित करना था और इसका उद्देश्य भारत के खिलाफ सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक युद्ध छेड़ना है।

कौन है दिशा रवि?
दिशा नार्थ बेंगलुरु के सोलादेवना हल्ली इलाके की रहने वाली है। 21 साल की दिशा के पिता मैसूरु में रहते हैं और पेशे से एथलेटिक्स कोच हैं। दिशा की मां हाउस वाइफ हैं। स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर ग्रेटा के टूलकिट कैम्पेन का हिस्सा थीं। ट्विटर ने डिलीट किए थे ग्रेटा के ट्वीट्स
ग्रेटा ने 3 फरवरी को ट्वीट कर किसान आंदोलन का समर्थन किया था। उन्होंने इसमें एक टूलकिट शेयर की थी। इसमें 26 जनवरी को दिल्ली में हुए प्रदर्शन के बारे में जानकारी शेयर की गई थी। इसके बाद ट्विटर ने इस डॉक्युमेंट को प्रतिबंधित कर ग्रेटा के ट्वीट डिलीट कर दिए थे। इसके बाद खबरें आईं कि दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि, बाद में पुलिस ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट की और बताया कि FIR में किसी का नाम नहीं लिखा गया है। ये केस केवल टूल किट बनाने वालों के खिलाफ दर्ज किया गया है और ये अभी जांच का विषय है।

टूलकिट क्या है?
टूलकिट एक डॉक्यूमेंट है। इसमें बताया गया है कि आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया पर समर्थन कैसे जुटाया जाए, किस तरह के हैशटैग का इस्तेमाल किए जाएं, प्रदर्शन के दौरान अगर कोई दिक्कत आए तो कहां कॉन्टैक्ट करें? इस दौरान क्या करें और क्या करने से बचें?

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