पिथौरा के इस किसान का एक बकरा डेढ़ लाख का, खेती के साथ बनाई नई राह

महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लाक के ठाकुरदिया खुर्द के इस किसान के पास मौजूद एक बकरे की कीमत डेढ़ लाख रूपये है| लीक से हटकर खेती के साथ बकरी पालन का व्यवसाय कर रहे मनोहर पटेल ने एक नई राह बनाकर किसानों के बीच अपनी अलग छवि बना ली है|

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पिथौरा| महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लाक के ठाकुरदिया खुर्द के इस किसान के पास मौजूद एक बकरे की कीमत डेढ़ लाख रूपये है| लीक से हटकर खेती के साथ बकरी पालन का व्यवसाय कर रहे मनोहर पटेल ने एक नई राह बनाकर किसानों के बीच अपनी अलग छवि बना ली है| खेती किसानी के साथ उनका यह कारोबार इन दिनों  दूसरे किसानों को  प्रेरणा दे रहा है | इस किसान ने कुल 18 बकरी एवम 5 भेड़ लाकर सपना व्यवसाय प्रारम्भ किया है।

पिथौरा ब्लाक के ग्राम ठाकुरदिया निवासी मनोहर पटेल बताते हैं कि विगत नोटबन्दी,कोरोना काल सहित महंगाई के इस बुरे दौर में अत्यधिक मेहनत के बाद भी खेती में कोई खास लाभ नहीं होने से वे किसी दूसरे व्यवसाय की सोच रहे थे। चूंकि वे पढ़े लिखे हैं लिहाजा उन्होंने इंटरनेट में सर्च कर नए व्यवसाय की तलाश की।

इस दौरान उन्हें ऑस्ट्रेलियाई भेड़ बकरी पालन और मार्केटिंग सहित इसमें होने वाली आय का पता चला। जिसे कार्यरूप में परिणित करने श्री पटेल ने इस व्यवसाय के सबसे बड़े बाजार हैदराबाद सम्पर्क किया। हैदराबाद से इन्हें पूरी जानकारी मिली और इन्होंने कोई 12 लाख की लागत से 18 बकरी एवम 5 भेड़ ख़रीदे । अब ये जानवर उनके बाड़े में पल बढ़ रहे हैं इनमें  से तीन बकरियां गर्भवती भी हो गयी हैं जो कि जल्द ही संख्या में वृद्धि करेंगी।

एक बकरे की कीमत लाख से ऊपर

क्षेत्र में मांसाहार के लिए बकरे की कीमत 5 हजार से 15 हजार तक ही होती है। परन्तु मनोहर द्वारा पाले गए बकरों की कीमत 1 से डेढ़ लाख प्रति बकरा तक है। मनोहर द्वारा लाये गए बकरों की कीमत हैदराबादी बकरा बकरी – 1-,1.10 लाख , 2-गुलाबी-नर 4 माह उम्र 1.15 लाख एवम 6 माह की मादा शावक 85 हजार, 3-नाशी प्रजाति – 2 शावक के साथ 1.40 लाख। 4 – नागफनी 35 हजार, 5- कोटा 2 नग, 70 हजार, 6 – हंसा गुलाबी – 3 नग, 1.10 लाख 7 – मरीनो 5 नग – 2 लाख। कुल करीब 12 लाख लागत लगाई गई है।

दो माह से तैयारी  

मनोहर पटेल ने बताया कि खेतों के साथ भेड़-बकरी के व्यवसाय करने के लिए वे दो माह पूर्व से तैयारी में जुटे थे इसके लिए पहले उन्होंने बाडा बनवाया। चारे की व्यवस्था करने के बाद ही उन्होंने बकरियां मंगवाई।

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पहला विदेशी भेड़-बकरा

पिथौरा विकासखण्ड का ठाकुरदिया ग्राम ऐसा पहला ग्राम है जहाँ एक किसान ने लीक से हटकर विदेशी भेड बकरी का व्यवसाय अपनाया है। वर्तमान में कुल 21 भेड बकरी का प्रतिदिन चारा खर्च 500 रुपये से अधिक है। इस तरह की भेड़ बकरियों का फार्म प्रदेश का एकमात्र फॉर्म है।  भारत में  यह भेड़ बकरे मात्र मुम्बई,हैदराबाद,अहमदाबाद में ही उपलब्ध है।  विदेशों में आस्ट्रेलिया ,नुइजीलैंड और इंग्लैंड में इस प्रजाति को  पालकर इनका व्यवसाय किया जाता है।

दुगुनी आय की संभावना

बहरहाल मनोहर अब डेढ़ से दो वर्ष इन भेड़ बकरियों की सेवा जतन करेंगे। इसके बाद वंश बढ़ने के साथ ही इनकी बिक्री प्रारम्भ होगी। इस व्यवसाय में दुगुनी आय की संभावना है। अभी वे स्वयम इन्हें बीमारी से बचने एवम वंश वृद्धि के लिए नेट में सर्च कर स्वयम उपचार भी कर रहे हैं। इन्हें लगाने के लिए वैक्सीन भी मंगाई गई है जो कि समय अनुसार लगाई जा रही है। महंगे भेड़ बकरे बेचने के लिए वे यूट्यूब ग्राहक बिक्री केंद्र का सहारा ले रहे हैं ।  मनोहर पटेल के अनुसार यह अब तक हैदराबाद, अहमदाबाद एवम मुम्बई में ही है। परन्तु अब यह  ठाकुरदिया खुर्द में भी उपलब्ध होगी।

शिक्षित परिवार का मिला लाभ

मनोहर पटेल ने बताया कि उनकी कृषि योग्य 17 एकड़ जमीन है। उनकी तीन संतानें हैं| एक बेटी एमए इंग्लिश और दूसरी एमएससी होम साइंस तथा बीएड कर चुकी है | लड़का छोटा है। परिवार पढ़ा लिखा है। माता-पिता सहित कुल 16 सदस्य है। सामूहिक खेती 70 एकड़ है।

deshdigital के लिए रिपोर्ट रजिंदर खनूजा

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