नई दिल्ली: हरियाणा की एक युवा यूट्यूबर, ज्योति मल्होत्रा, जो कभी अपने व्लॉग्स और सोशल मीडिया की दुनिया में चर्चित थीं, अब एक गंभीर मामले में उलझ गई हैं. पुलिस का कहना है कि उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने अपने जाल में फंसाकर एक “संपत्ति” के रूप में तैयार किया. इस चौंकाने वाले खुलासे ने न केवल उनके प्रशंसकों को स्तब्ध कर दिया है, बल्कि यह भी सवाल उठाए हैं कि आखिर एक आम युवती इस तरह के खतरनाक खेल में कैसे शामिल हो गई.
पुलिस के अनुसार, ज्योति को सोशल मीडिया के माध्यम से लालच देकर फंसाया गया. शुरुआत में यह सब कुछ सामान्य लग रहा था—लाइक्स, कमेंट्स और बढ़ती लोकप्रियता. लेकिन धीरे-धीरे, विदेशी हैंडलर्स ने उनसे संपर्क किया और उन्हें छोटे-मोटे काम सौंपे. इनमें संवेदनशील जानकारी साझा करना और कुछ खास गतिविधियों पर नजर रखना शामिल था. ज्योति को शायद यह अहसास नहीं था कि वह अनजाने में एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा बन रही थीं.
इस मामले को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया है, जो यह दर्शाता है कि यह कोई साधारण अपराध नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी. जांच में पता चला कि ज्योति को लंबे समय तक “ग्रूम” किया गया, यानी उन्हें धीरे-धीरे मानसिक रूप से तैयार किया गया ताकि वह अपने देश के खिलाफ काम करने को राजी हो जाएं. यह प्रक्रिया इतनी चालाकी से की गई कि ज्योति को इसका अंदाजा भी नहीं हुआ कि वह गलत रास्ते पर चल पड़ी हैं.
पुलिस का कहना है कि इस तरह के मामले अब असामान्य नहीं रहे. सोशल मीडिया के इस दौर में, विदेशी ताकतें युवाओं को आसानी से निशाना बना रही हैं. खासकर वे लोग जो प्रसिद्धि और पैसे के पीछे भाग रहे हैं, उनके लिए यह जाल और भी खतरनाक हो जाता है. ज्योति का मामला एक चेतावनी है—ऑनलाइन दुनिया में हर चमकती चीज सोना नहीं होती.
अब ज्योति कानून के शिकंजे में हैं, और उनका भविष्य अनिश्चित है. यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि डिजिटल युग में हमें कितना सतर्क रहने की जरूरत है. एक गलत कदम न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित कर सकता है, बल्कि देश की सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकता है.
