AYODHYA RAM MANDIR: मंदिर निर्माण का 50 फीसदी काम पूरा, जनवरी 2024 से भक्त कर सकेंगे दर्शन

श्री राम जन्मभूमि में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। मंदिर का अब तक 50 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंगलवार को पत्रकारों को राम जन्मभूमि परिसर में बुला कर मंदिर निर्माण की प्रगति से अवगत कराया।

0 141

- Advertisement -

अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। मंदिर का अब तक 50 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंगलवार को पत्रकारों को राम जन्मभूमि परिसर में बुला कर मंदिर निर्माण की प्रगति से अवगत कराया। ट्रस्ट का कहना है कि 2024 के अंत तक राम मंदिर का भूतल व प्रथम तल भी तैयार हो जाएगा।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया की नागर शैली में बन रहे अष्टकोणीय श्री राम मंदिर का अब तक 45 से 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि मंदिर का नृत्य मंडप, गूढ़ मंडप और महापीठ तैयार हो चुकी है। गर्भगृह का काम भी 30% पूरा हो चुका है। गर्भ ग्रह में बंसी पहाड़पुर के पत्थरों की 7 लेयर डाली जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही राम मंदिर के परकोटे का भी काम शुरू होने वाला है। परकोटा राम मंदिर से 27 मीटर दूर मंदिर के चारों तरफ निर्मित किया जाएगा। जिसकी लंबाई 800 मीटर होगी परकोटा 14 फीट चौड़ा होगा।

- Advertisement -

परकोटे के भीतर यात्रियों के लिए कई सुविधाएं भी विकसित करने की योजना है। चंपत राय ने बताया कि परकोटे में छह और मंदिर बनाए जाएंगे। परकोटे में विष्णु पंचायतन की भी स्थापना की जाएगी। मंदिर के चारों कोनों पर गणेश जी, शिव जी ,माता दुर्गा व शिव जी की मंदिर बनाया जाएगा। मंदिर के आग्नेय कोण पर हनुमान जी का मंदिर बनेगा। मंदिर के पश्चिम दिशा में रसोई होगी जिसमें अन्नपूर्णा का मंदिर स्थापित किया जाएगा।

गर्भ गृह में 30 फीट दूर से रामलला का दर्शनः ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश ऑफले ने बताया कि भक्तों को गर्भ गृह में 30 फीट दूर से रामलला का दर्शन प्राप्त हो सकेगा। मंदिर में भक्तों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। मंदिर के प्रथम तल में राम दरबार की स्थापना की जाएगी। जबकि मंदिर के दूसरे तल में को अभी खाली छोड़ा गया है। यहां क्या होगा इसको लेकर ट्रस्ट संतों से राय ले रहा है। मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर निर्माण की प्रगति देखने दीपोत्सव में पहुंचे थे उन्हें मंदिर निर्माण की प्रत्येक गतिविधि से अवगत कराया गया है। वे पूरी तरीके से संतुष्ट दिखे और मंदिर में भक्तों के लिए सुविधाएं विकसित करने पर उन्होंने जोर दिया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.